
भोपाल, मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना के केस बढ़ने से रोकने के लिए और बेहतर उपाय किए जाएं। ओमिक्रॉन के केस मध्यप्रदेश में अभी नहीं हैं, लेकिन अन्य राज्यों की स्थिति देखते हुए प्रदेश में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने की पूरी तैयारी रखें, जिससे लहर आने का खतरा न हो। प्रदेश में प्रथम टीकाकरण के डोज में नौ जिलों में 90 प्रतिशत से कम लोगों को टीका लगाया गया है। इन जिलों के प्रभारी अधिकारी ध्यान देकर टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ाएं। कोरोना की दूसरी लहर के मुकाबले वर्तमान में अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ी है। बिस्तरों की संख्या और अधिक बढ़ाने एवं कोविड उपचार के लिए प्राइवेट अस्पतालों को भी चयनित करें।
मुख्यमंत्री चौहान शनिवार को मंत्रालय में कोरोना नियंत्रण एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। चौहान ने कहा कि कोविड के उपचार के लिए हर जिले की कार्य-योजना बनाएं, जिससे वहीं पर मरीजों का उपचार हो सके। जिलेवार सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में बिस्तरों की मैपिंग कर ली जाए। ऑक्सीजन प्लांट की कमियां दूर कर ली जाएं, जिससे पर्याप्त ऑक्सीजन की उपलब्धता बनी रहे। हर जिले में एक माह के लिए दवाओं एवं आवश्यक सामग्रियों का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में इन्पैल्ड अस्पतालों के अनुबंध को 1 जनवरी से 31 मार्च 2022 तक बढ़ाया जाएगा।
प्रभारी मंत्री जिलों में तैयारी बैठक करें :
मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रिटेन में बड़ी संख्या में कोरोना के प्रकरण बढ़ रहे हैं। इसी तरह अन्य देशों एवं भारत के कुछ राज्यों में भी कोरोना के प्रकरण लगातार बढ़ रहे हैं। यह सही समय है हमें सावधान रहने का। सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहें। सभी प्रभारी मंत्री एवं प्रभारी अधिकारी अपने-अपने जिलों में तैयारी बैठक करें। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के साथ बैठकें हो जाएं। हर व्यवस्था पर नजर रखें। कलेक्टर समन्वय बनाएं। चौहान ने कहा कि कोरोना के बढ़ते प्रकरणों को देखते हुए हम प्रदेश में कोई भी रिस्क नहीं ले सकते। पिछली बार जो हानि हुई उसे दोबारा नहीं दोहराना चाहते हैं।
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