जरूरत के अनुसार ही बनाएं विद्युत उप-केंद्र, इनकी पूरी क्षमता का हो उपयोग
भोपाल, मध्य प्रदेश। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मंगलवार को निर्देश दिए कि विद्युत वितरण कंपनी और मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी आपस में समन्वय कर जरूरत के अनुसार ही विद्युत उप-केंद्रों का निर्माण कराएं। विद्युत उप-केंद्रों की क्षमता का पूरा उपयोग किया जाए। श्री तोमर ने यह निर्देश मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के कार्यों की समीक्षा के दौरान दिए।
श्री तोमर ने कहा कि विद्युत उप-केंद्र की स्थापना के पहले विद्युत लोड, वोल्टेज, सर्विस लाइन आदि के संबंध में पूरी एनालिसिस करें। श्री तोमर ने कहा कि विद्युत ट्रिपिंग कम से कम होना चाहिए। ट्रिपिंग और उसमें सुधार का तुलनात्मक विवरण हर माह मुझे दें। उन्होंने कहा कि कंपनी के कार्य-क्षेत्र में चल रहे सभी कार्यों को समय-सीमा में पूरा करवाएं। ऊर्जा मंत्री ने निर्देशित किया कि आउटसोर्स कर्मचारियों को समय पर और सही वेतन दिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों को भी भुगतान समय पर करें।
एक साल के अंदर दिखे सकारात्मक परिवर्तन :
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि आवश्यकतानुसार स्टाफ की ट्रेनिंग करवाएं। उन्होंने कहा कि ऊर्जा विभाग के कार्यों में एक साल के अंदर सकारात्मक परिवर्तन दिखना चाहिए। श्री तोमर ने कहा कि विद्युत उपभोक्ताओं का हित सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि विद्युत उपभोक्ताओं को समस्याओं के निराकरण के लिए भटकना नहीं पड़े। बैठक में सचिव ऊर्जा आकाश त्रिपाठी, एम.डी. पावर ट्रांसमिशन कम्पनी लिमिटेड सुनील तिवारी, ओएसडी एस.के. शर्मा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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