बड़ामलहरा पर इंद्रदेव की मेहरबानी, 30 वर्षों में 19 बार हुई बारिश

छतरपुर, मध्य प्रदेश : इस वर्ष देश के अधिकांश हिस्सों में जबर्दस्त बारिश का दौर चला है बड़ामलहरा में इन्द्रदेव की सबसे ज्यादा मेहरबानी है। पिछले 30 वर्षों में यहां 19 बार झमाझम बारिश का दौर चला।
बड़ामलहरा पर इंद्रदेव की मेहरबानी
बड़ामलहरा पर इंद्रदेव की मेहरबानीPankaj Yadav

राज एक्सप्रेस। इस वर्ष देश के अधिकांश हिस्सों में जबर्दस्त बारिश का दौर चला है इतना ही नहीं यह दौर अब भी जारी है। सितम्बर में जहां बारिश यदाकदा ही होती नजर आ रही थी वहां आखिर तक लोगों को हिलाकर रख रही है। महाराष्ट्र से लेकर कर्नाटक तक बाढ़ का दौर चलता रहा। इसके बावजूद छतरपुर का क्षेत्र औसत बारिश से पीछे चल रहा है। गौरिहार की बदकिस्मती कही जाएगी कि, झमाझम बारिश होने के बावजूद यहां का आंकड़ा अब भी औसत के आधे से कुछ अधिक में ठहर कर रह गया है। इन्द्रदेव की सबसे ज्यादा मेहरबानी बड़ामलहरा में है। पिछले 30 वर्षों में यहां 19 बार झमाझम बारिश का दौर चला।

छतरपुर के हिस्से में आए 30 साल में 7 बेहतर मानसून

वर्षा के 30 वर्षों के आंकड़े बताते हैं कि छतरपुर के वर्षामापी केन्द्र के आंकड़े 30 वर्षों में सिर्फ 7 बेहतर मानसून दिला सके हैं। जिले की औसत वर्षा 1074.9 एमएम यानि 42.3 इंच है। 1988 से लेकर अब तक के जो आंकड़े हैं उनके मुताबिक छतरपुर स्थित वर्षामापी केन्द्र के मुताबिक सिर्फ 7 साल ऐसे हैं जिसमें हुई बारिश का आंकड़ा औसत बारिश के पास या उसके आगे निकला है। शेष 23 वर्षों में बारिश औसत से आधे या दो तिहाई हिस्से तक पहुंची थी। बड़ामलहरा बारिश में धनी जनपद माना जा रहा है क्योंकि 30 वर्षों में यहां 19 बार बारिश का आंकड़ा औसत से कहीं अधिक पहुंचा है। 1990 से 94 और 1996 से 1999के बाद 2011 से 2013 तक यहां की वर्षा औसत बारिश से काफी अधिक हुई है।

यह है 30 वर्षों की जिले की औसत वर्षा

भू-अभिलेख अधीक्षक कार्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक बड़ामलहरा की औसत वर्षा जिले की औसत वर्षा से कहीं अधिक है। जहां जिले की औसत वर्षा 1074.9 एमएम है वहीं बड़ामलहरा की 30 वर्षों की औसत वर्षा 1162.3 एमएम है। यह वर्षा जिले की औसत वर्षा से 88 एमएम अधिक है। इसी क्रम में छतरपुर की 845.27 एमएम, लवकुशनगर की 959.23 एमएम, बिजावर की 2021.19 एमएम, नौगांव की 964.80 एमएम, राजनगर की 958.35 एमएम, गौरिहार की 888.43 एमएम तथा बक्स्वाहा की औसत वर्षा 1028.82 एमएम दर्ज है।

इन वर्षों में हुई जिले में झमाझम बारिश

1990 में जिले में औसतन 1210.81 एमएम बारिश हुई थी। इसके बाद 1991 में 1992 में 1282.70 एमएम, 1993 में 1078.23 एमएम, 1994 में 1105.11 एमएम, 1999 में 1470.25 एमएम, 2003 में 1370.44 एमएम, 2008 में 1145.45 एमएम, 2011 में 1217.85 एमएम, 2013 में 1299.95 एमएम तथा तीन साल पहले 2016 में जिले की औसत वर्षा 1426.30 एमएम बारिश दर्ज की गई। इस वर्ष सबसे ज्यादा बारिश बक्स्वाहा और नौगांव में हुई है। हालांकि आंकड़ों के मुताबिक छतरपुर, लवकुशनगर और गौरिहार को छोड़ दें तो अन्य विकासखण्डों में में औसत बारिश के आंकड़े हासिल हुए हैं।

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