मध्यप्रदेश। प्रदेश में गरीब कल्याण सप्ताह के तहत प्रत्येक दिन अलग-अलग विभागों से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आज 19 सितम्बर को वन अधिकार अधिनियम के पट्टों का वितरण का कार्यक्रम हुआ। मुख्यमंत्री शिवराज ने "वनाधिकार उत्सव" के अंतर्गत जनजातीय संग्रहालय भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में हितग्राहियों को वनाधिकार पत्रों का वितरण किया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने वनाधिकार पट्टों के वितरण के लिए आयोजित 'वनाधिकार उत्सव' कार्यक्रम में हितग्राहियों से वी.सी. के माध्यम से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने गणमान्य जनप्रतिनिधियों के साथ वन अधिकार पुस्तिका का विमोचन किया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे लिए कोई भगवान है, तो मेरे गरीब भाई-बहन हैं। मैं मानता हूं कि इनकी सेवा कर ली तो भगवान भी प्रसन्न हो जायेगा।
आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सबसे पीछे, सबसे गरीब हैं, वो मेरे लिए सबसे पहले हैं। भगवान ने धरती, हवा, पानी सबके लिए बनाया है। इसलिए इस पर सबका हक होना चाहिए और 15 साल में मैंने प्रदेश भर में सड़कों का जाल बिछाया। पिछड़े और आदिवासी क्षेत्रों से लेकर छिंदवाड़ा के पातालकोट तक सड़कों को मैंने पहुंचा दिया। मेरे भाई-बहनों, बच्चों को पढ़ाइये। माता-पिता से आग्रह है कि केवल बच्चों को आप स्कूल भेज दीजिए, सारी व्यवस्थाएं इनके मामा शिवराज ने पहले ही कर दी है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि हमारे बैगा, सहरिया, भारिया बच्चे भी कम्प्यूटर सीखें, इसके लिए हम कौशल विकास केंद्र खोल रहे हैं। मेरे बच्चों, बिना कम्प्यूटर सीखे आज के समय में बड़े सपने साकार नहीं हो सकेंगे। इसलिए यह सीखना जरूरी है। मेरे बच्चों, तुम्हारा एडमिशन विदेश की यूनिवर्सिटी में भी होगा, तो फीस की चिंता मत करना। तुम्हारी फीस तुम्हारा मामा शिवराज भरवायेगा, तुम केवल मन लगाकर पढ़ाई करो।
शिवराज ने आगे कहा कि मैं अपनी सब बहनों से निवेदन कर रहा हूं कि स्व-सहायता समूह बनाकर काम कीजिए। सरकार हरसंभव सहयोग करेगी। आमदनी बढ़ानी पड़ेगी, अकेले खेती से काम नहीं चलेगा। जिनको अब तक पक्की कुटी नहीं मिली है, तीन साल के अंदर सबको पक्के मकान बनाकर दे दिये जायेंगे। जल्द ही आपको हैंड पम्प की खटर-पटर से मुक्ति दिलाकर घर-घर में नल से जल पहुंचायेंगे। वनाधिकार पट्टा जिन्हें दिया गया है, उनके खेतों तक पानी की व्यवस्था की जायेगी। आदिवासी कला और संस्कृति को समृद्ध कर इसे नई पहचान दी जायेगी तथा इसे रोजगार से जोड़ने का काम किया जायेगा।
सीएम ने अपने बयान ने कहा कि जिंदगी बदलने का अभियान हम चला रहे हैं। आज हम लगभग 23 हजार हितग्राहियों को पट्टे का वितरण कर रहे हैं, इसके बाद भी जिनके पुराने कब्जे हैं 2006 से पहले के, उनको पट्टे देने का अभियान हमारा चालू रहेगा। 35 एकलव्य विद्यालयों में 7 करोड़ 20 लाख की लागत से आईटी केन्द्र व वीडियो कॉफ्रेंसिंग कक्ष बना रहे हैं। विद्यालयीन भवनों के निर्माण में 50 करोड़ की लागत से 25 नये छात्रावास हम बना रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई में कोई दिक्कत नहीं आने देंगे।
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