सीएम शिवराज ने महान योद्धा महाराजा की जयंती पर किया उन्हें नमन, कही यह बात
भोपाल, मध्य प्रदेश। आज 4 मई 2022 को बुन्देलखण्ड केसरी महान योद्धा महाराजा छत्रसाल (Maharaja Chhatrasal) की जयंती है। इस खास मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने अपने सोशल मीडिया के जरिए उन्हें नमन किया है। शिवराज सिंह चौहान के अलावा मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) समेत कई नेताओं ने उन्हें नमन किया है।
शिवराज सिंह चौहान ने शेयर किया पोस्ट:
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महान योद्धा महाराजा छत्रसाल की जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, "बुन्देलखण्ड केसरी, महान योद्धा महाराजा_छत्रसाल की जयंती पर चरणों में कोटिश: नमन् करता हूं। चुनौतियों के समक्ष फौलादी दीवार बनकर खड़े हो जाने वाले अद्वितीय योद्धा पर मातृभूमि का कण-कण गौरवान्वित है।" इसके अलावा उन्होंने एक दोहा भी लिखा है।
इत यमुना, उत नर्मदा, इत चम्बल, उत टोंस।
छत्रसाल सों लरन की, रही न काहू हौंस॥
नरोत्तम मिश्रा ने किया ट्वीट:
वहीं मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट करते हुए कहा कि, "वीरता, शौर्य, निर्भीकता और संघर्ष की प्रतिमूर्ति, बुन्देलखण्ड केसरी महान योद्धा महाराजा छत्रसाल की जयंती पर शत-शत नमन। मातृभूमि की रक्षा के लिए मुगलों से लड़ने वाले वीर योद्धा पर हर भारतवासी को हमेशा गर्व रहेगा।"
कैलाश विजयवर्गीय ने कही यह बात:
वहीं बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी अपने सोशल मीडिया के जरिए महान योद्धा महाराजा छत्रसाल की जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने अपने पोस्ट एक दोहा भी लिखा है।
इत जमना उत नर्मदा इत चम्बल उत टोंस।
छत्रसाल से लरन की रही न काह होंस।।
कैलाश विजयवर्गीय ने अपने ट्वीट में शेयर करते हुए लिखा है, "अपने क्षेत्र में मुगलों के काल बने पराक्रमी महाराजा छत्रसाल जी की जयंती पर कोटि कोटि प्रणाम।"
महेंद्र सिंह सोलंकी ने भी किया नमन:
वहीं बीजेपी प्रवक्ता महेंद्र सिंह सोलंकी ने भी अपने ट्विटर के जरिए महान योद्धा महाराजा छत्रसाल की जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, "बुंदेलखंड केशरी महाराजा छत्रसाल जी की जयंती पर कोटिशः नमन।"
आलोक शर्मा ने किया ट्वीट:
वहीं बीजेपी नेता आलोक शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा है, "महान शूरवीर और प्रतापी राजा, शौर्य निर्भीकता और संघर्ष की प्रतिमूर्ति बुंदेल केशरी महाराज_छत्रसाल जी की जयंती पर शत्-शत् नमन।"
बता दें कि, बुंदेलखंड के शिवाजी के नाम से प्रख्यात छत्रसाल का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया (3) संवत 1706 विक्रमी तदनुसार दिनांक 17 जून 1648 ईस्वी को पहाड़ी ग्राम में हुआ था। उनके पिता का नाम चम्पराय और मां का नाम लालकुंवरी था। उनके पिता भी चम्पतराय वीर व बहादुर थे।
जिस प्रकार समर्थ गुरु रामदास के कुशल नि र्देशन में छत्रपति शिवाजी ने अपने पौरुष, से मुगलों के छक्के छुड़ा दिए थे, ठीक उसी प्रकार गुरु प्राणनाथ के मार्गदर्शन में छत्रसाल ने अपनी वीरता से और अपने चातुर्यपूर्ण रणनीति और कौशल से विदेशियों को परास्त किया था।
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