क्राइम सीरियल इफेक्ट! साइबर एक्सपर्ट ने खुद के अपहरण की रची साजिश
राज एक्सप्रेस। अलग-अलग टीवी चैनल पर प्रसारित होने वाले क्राइम सीरियल को देखकर अपराधी मानसिकता वाले लोग सीख रहे हैं अपराध करने के नए-नए तरीके जिसका ताजा उदाहरण बनी इंदौर की यह घटना। इंदौर में थाना खजराना गुमशुदगी होने का मामला दिनांक 11 अक्टूबर दर्ज करवाया था और अब सनसनीखेज अपहरण प्रकरण का खुलासा हुआ है जानकारी के अनुसार सूचनाकर्ता भारती चौधरी निवासी न्यू हरसिद्धि नगर खजराना इंदौर द्वारा थाना उपस्थित होकर सूचित किया कि, उसका पति (मनोज कुमार) की गुमशुदा है, दिनांक 10 अक्टूबर को पति (मनोज कुमार) किराने की दुकान से सामान लाने का बोलकर गया था, फिर वापस घर नहीं आए, आसपास तलाश करने पर भी नहीं मिलने पर से गुमशुदगी दर्ज कर जांच में लिया गया।
क्राइम सीरियल देखकर रचा खुद के अपहरण का षड्यंत्र
इसी कड़ी में एक नया मोड़ आया 13 अक्टूबर को पुनः जब पत्नी भारती चौधरी द्वारा थाना उपस्थित होकर - कहा कि उसकी भाभी रीना चौधरी के मोबाइल पर उसके पति मनोज के व्हाट्सएप से मैसेज आया है जिसमें पति का हाथ मुँह बंधा फ़ोटो आया है। पति मनोज द्वारा अपने ही नंबर से फरियादिया भारती से फोन कर बोला है कि मुझे किडनैप कर लिया है तथा किडनेपर पैसे मांग रहे हैं वह भाई से बोल कर उसके अकाउंट में पैसा जमा करवा दें नहीं तो किडनेपर उसे मार देंगे।
पैसे की भूख ने बनाया खुद को गुनाहगार
उक्त पर से अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध मनोज को बंधक बनाकर फिरौती मांगने संबंध में धारा 364-ए भादवी के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। अपहर्ता स्वयं अपने मोबाइल के व्हाट्सएप मैसेजो के माध्यम से अलग-अलग मोबाइल पर मैसेज कर रहा था, अपहर्ता कभी स्वयं का मुंह बंधा हुआ, कभी सर पर पट्टी बंधी हुई, कभी जमीन पर पड़ा तथा कपड़े में लिप्त हुए फोटो मैसेज करता था तथा अपनी पत्नी के मोबाइल पर फोन कर पैसा जल्दी जमा करने, किडनैपर को बहुत खतरनाक है बताता था, साथ ही बोलता था कि किडनैपर उसके साथ बहुत मारपीट कर रहे हैं तथा जल्दी पैसा नही दिये तो वह उसे मार डालेंगे ओर फ़ोन कट जाता था।
पुलिस व सभी को किया भ्रमित
प्रकरण में लगातार वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में अपहर्ता की तलाश के प्रयास किए जा रहे थे। प्रकरण में सभी कड़ियों को जोड़कर तथा मुखबिर से प्राप्त सूचना से पता चला कि अपहर्ता मनोज जयपुर राजस्थान में है। तब पुलिस द्वारा तत्काल एक टीम को जयपुर राजस्थान भेजा गया, चार राज्यों में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में पुलिस को दौड़ाया, जहां टीम द्वारा अपहर्ता को जयपुर की एक होटल से बरामद किया गया।
अपहर्ता से पूछताछ पर बताया कि-
उसकी चित्रा नगर में किराए की मोबाइल शॉप है, जिसमें वह एमपी ऑनलाइन का काम करता है तथा मोबाइल फाइनेंस कर बेचता है। उक्त दुकान के पास में ही उसकी किराने की दुकान है जिस पर उसकी पत्नी बैठती है। उसके सिर पर डेढ़ लाख रूपए से अधिक का कर्जा हो गया था, उससे कर्जाधारी लोग पैसा मांग रहे थे, कर्जाधारियों से परेशान हो गया था। उसे कुछ न सूझा तो उसने खुद के अपहरण की कहानी रच दी तथा वह पुलिस व परिवारजनों को भ्रामक मैसेजो के माध्यम से लगातार भ्रमित करता रहा। किंतु पुलिस की सूझबूझ के आगे वह टिक नहीं पाया। उक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना प्रभारी टीम का सराहनीय योगदान रहा।
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