हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन से हो रहा है कोरोना मरीजों का इलाज

कोविड 19 बिमारी से बचाव के लिए आज तक कोई वैक्सीन नही बनी है। बैतूल जिले मे कोरोना रोगियों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की खुराक देकर इलाज किया जा रहा है।
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवाSocial Media

राज एक्सप्रेस। कोविड 19 बिमारी से बचाव के लिए आज तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है। बैतूल जिले में कोरोना रोगियों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की खुराक देकर इलाज किया जा रहा है। घोड़ाडोगरी मे कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या 12 है। जिनका इलाज हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन से किया जा रहा है। परंतु 3 मरीजों की हालत गंभीर होने पर भोपाल रेफर करना पड़ा है। 9 मरीजों का इलाज हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा से ही किया जा रहा है।

हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन मलेरिया के ईलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा का बहुत पुराना फार्मूला है जो कोरोना के मरीजों के लिए भी वरदान साबित हो रहा है। बताया जाता है कि जिले में सभी कोरोना पॉजीटीव मरीजों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और मल्टीविटामिन दवाएं ही दी जा रही हैं। जिले में सबसे अधिक 9 कोरोना रोगी घोड़ाडोंगरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीन बनाए कोविड सेंटर में एडमिट हैं।

बीएमओ डॉ. संजीव शर्मा ने बताया

स्टेंडर्ड प्रोटाकाल के हिसाब से कोरोना संक्रमित रोगियों का उपचार किया जा रहा है। उन्होनें कहा कि घोड़ाडोंगरी में अब तक 12 कोरोना संक्रमित भर्ती किए गए थे। जिसमें से 3 को रेफर कर दिया गया हैं। जबकि 9 कोरोना रोगियों का स्थानीय स्तर पर ही उपचार किया जा रहा है। वर्तमान में भर्ती सभी मरीजों को स्वास्थ्य सामान्य बना हुआ है।

गौरतलब है कि आईसीएमआर से अनुमोदित स्टेंडर्ड प्रोटोकाल के हिसाब से ही पूरे भारत में कोरोना के मरीजों का ईलाज किया जा रहा है। बैतूल जिले में भी वही प्रोटोकाल फॉलो किया जा रहा है। बीएमओ डॉ संजीव शर्मा कहते हैं कि स्टेंडर्ड प्रोटोकाल के हिसाब से ही आयसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों का उपचार किया जा रहा है। यहां भर्ती सभी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के पांच दिवसीय ट्रीटमेंट के साथ एंटीबायोटिक दवा एजीथ्रोमाईसिन और मल्टीविटामिन दवाओं का प्रॉपर डोज भी दिया जा रहा है।

चिकित्सक भी ले रहे हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन

प्रोटाकाल के हिसाब से ही कोरोना मरीजों की तिमारदारी में जुटे चिकित्सकों एवं अन्य मेडिकल स्टॉफ को भी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का सेवन कराया जा रहा है। मरीजों का सेम्पल लेने वाले चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ आदि को भी दवाओं का सेवन कराया जा रहा है।

24 घण्टे की शिफ्ट में कर रहे ड्यूटी

रोगियों को दे रहे हेल्दी डाईट कोविड सेंटर में ड्यूटी कर रहे चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ और सफाईकर्मियों की 24 घण्टे की पाली के आधार पर तैनाती की जा रही है। यहां भर्ती मरीजों एवं स्टॉफ के लिए स्वास्थ्यवद्र्धक डाईट वाला भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। भोजन देने के लिए जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है वे कोविड सेंटर के गेट पर खड़े होकर संकेत करते हैं और अंदर से एक कर्मचारी आकर भोजन ले जाता है।

ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com