शहर में कोरोना निगम के सफाईकर्मियों के केयरलेस रहने से फैला - कोडवानी
इंदौर, मध्य प्रदेश। शहर में कोरोना क्यों और कैसे इतना ज्यादा फैला। इसको लेकर अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। इस बीच सोमवार को सामाजिक कार्यकर्ता किशोर कोडवानी ने कहा कि निगमकर्मी बिना पर्याप्त सुरक्षा संसाधनों के काम करते रहे। पुलिस और डॉक्टर में 5-5 प्रतिशत लोग कोरोना की चपेट में आए। जबकि 10 हजार से ज्यादा निगम कर्मचारी ऐसी व्यवस्थाओं में लगे रहे। वे बिना पर्याप्त संसाधनों के काम करते रहे। इससे साफ है कि उनसे कितना कोरोना फैला होगा और वे खुद भी पीड़ित हुए। दूसरी तरफ निगमायुक्त ने पूरी तरह से इसका खंडन करते हुए कहा ऐसा होता तो हमारे सिर्फ 8 लोग संक्रमित नहीं होते, बल्कि ज्यादा होते।
कोडवानी ने सवाल किया कि पांच फीसदी डॉक्टर और पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए तो फिर इनसे ज्यादा 10 हजार सफाईकर्मी जो कोरोना संक्रमित क्षेत्रों में घूमे उनका क्या हश्र हुआ होगा? इतनी संख्या में निगमकर्मी मैदान में थे, इनमें कितने मरे? कितने प्रभावित हुए? कोई आंकड़ा नहीं बताया जा रहा है। यही है कोरोना के शहर में फैलने का सबसे बड़ा कारण। गलत ट्रेसिंग के कारण हम कोरोना को समझ नहीं पाए।
निगम के सिर्फ 8 मरीज हुए प्रभावित :
निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कहा निगम के सिर्फ 8 लोग कोरोना की चपेट में आए। निगम के 17 हजार कर्मचारी लगातार सेवाएं दे रहे थे। वे ऐसे स्थानों पर भी गए क्वारंटाइन सेंटर, कंटेनमेंट जोन, अस्पताल जहां सबसे ज्यादा कोरोना था और कोई जाना नहीं चाहता था। अगर निगमकर्मियों से कोरोना फैला होता तो खुद निगमकर्मियों की यह संख्या बहुत अधिक होती। अगर कोई दावा कर रहा है तो उसे आंकड़े प्रस्तुत करना चाहिए। हम पूरी तरह से इस दावे का खंडन करते हैं।
एक दौर और आएगा :
श्री कोडवानी ने मीडिया के सामने दावा किया है कि कोरोना का एक दौर आएगा। इसमें हजारों की संख्या में लोग प्रभावित हो सकते हैं और हजारों की मौत होगी। उल्लेखनीय है कि पूर्व में विशेषज्ञों ने दावे किए थे कि जून और जुलाई में कोरोना संक्रमण फैलेगा, लेकिन जून माह तक ठीक-ठाक निकल गया है। जुलाई में आशंका जताई जा रही है कि बारिश और नमी के कारण कोरोना वायरस ज्यादा देर तक जीवित रहेगा, जिसके कारण ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं। इसलिए अहतियात जरूरी है। वर्तमान में इंदौर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 4 हजार 664 हो चुकी है, वहीं 226 मरीजों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। इंदौर में अब तक 84 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट हो चुका है।
एक दौर और आएगा
श्री कोडवानी ने मीडिया के सामने दावा किया है कि कोरोना का एक दौर आएगा। इसमें हजारों की संख्या में लोग प्रभावित हो सकते हैं और हजारों की मौत होगी। उल्लेखनीय है कि पूर्व में विशेषज्ञों ने दावे किए थे कि जून और जुलाई में कोरोना संक्रमण फैलगा, लेकिन जून माह तक ठीक-ठाक निकल गया है। जुलाई में आशंका जताई जा रही है कि बारिश और नमी के कारण कोरोना वायरस ज्यादा देर तक जीवित रहेगा, जिसके कारण ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं। इसलिए अहतियात जरूरी है। वर्तमान में इंदौर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 4 हजार 664 हो चुकी है, वहीं 226 मरीजों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। इंदौर में अब तक 84 हजार लोगो का कोरोना टेस्ट हो चुका है।
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