राज एक्सप्रेस। 'महामारी से बड़ी मानवता' कोरोना वायरस के खिलाफ जंग के बीच मध्यप्रदेश पुलिस पीड़ित मानवता की भी सेवा कर रही है, इस संकटकाल की स्थिति में पुलिस ने पेश की संवेदनशीलता की मिसाल।संकटकाल के समय जनमानस के बीच पुलिस का एक नया रूप उभरकर सामने आया है। वह रूप है पीड़ित मानवता की सेवा का।
मिली जानकारी के मुताबिक जिला दमोह आरआई रविकांत शुक्ला की नेक पहल सामने आई है। बता दें कि ट्रेन मंगलवार देर शाम फरीदाबाद से 1470 मजदूरों को लेकर दमोह पहुंची, तभी ट्रेन से उतरते ही एक मजदूर पिता ने अपनी बेटी को लावारिश हालत प्लेटफार्म के फर्श पर में लिटा दिया, इस दौरान मजदूरों को तय स्थान तक पहुंचाने की ड्यूटी में लगे आरआई ने डेढ़ साल की मासूम को फर्श पर लावारिस पड़ा देखा।
बता दें कि इस दौरान बकौल आरआई शुक्ला को लगा कि मासूम को किसी ने ऐसे ही ट्रेन में बैठा दिया गर्मी से इसके बाद मासूम को खुद हाथों में उठाया और पानी पिलाया औऱ उसका थर्मल स्क्रीनिंग करवाया, इस बीच पिता पहुंचे, पिता ने दलील दी कि बेटी को ट्रेन से उतार पत्नी के साथ गृहस्थी का सामान समेट कर फिर से ट्रेन में चढ़ गया था। आरआई ने मासूम के साथ मजदूर पिता और माँ का थर्मल-स्क्रीनिंग करवा कर उन्हें सागर के लिए किया रवाना।
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