इंदौर, मध्य प्रदेश। शासकीय कोविड केअर सेंटर एमटीएच में मौतों का सिलसिला लगातार जारी है, मंगलवार को जहां 24 घंटे में 10 मौतें हुई थीं, वहीं बुधवार को 24 घंटों में 7 मौतें हुई हैं। अस्पताल से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मरने वालों में ज्यादातर वो मरीज हैं, जो प्रायवेट अस्पतालों में जगह न मिलने के कारण और देरी से अस्पताल आए हैं।
एमटीएच अस्पताल में लगातार मौतें और अव्यवस्थाओं के बाद भी कोई यहां की व्यवस्थाएं सुधारने के लिए बड़ा कदम नहीं उठाया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक यहां जो अव्यवस्था हो रही है, उसका बड़ा कारण मेडिसिन विभाग और अस्पताल अधीक्षक के बीच तालमेल न होने के कारण हो रही है। मेडिसिन विभाग के डॉक्टर्स अधीक्षक की नहीं बात नहीं मान रहे हैं, वहीं मेडिसिन विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि अधीक्षक उनकी नहीं सुन रहे हैं।
नई व्यवस्था लागू होगी, होगा डेथ ऑडिट :
एमटीएच अस्पताल सूत्रों का कहना है कि दो विभागों की तनातनी का खामियाजा यहां इलाज कराने आने वाले मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि इलाज की जिम्मेदार मेडिसिन विभाग की है, हमारी जिम्मेदारी अस्पताल में इलाज और मरीज के लिए जरूरी समान, उपकरण उपलब्ध कराना है। मेडिसिन विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि प्रबंधन उनकी नहीं सुन रहा है। वहीं इन दोनों के बीच तालमेल या बीच का रास्ता निकलने के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन भी कोई बड़ा प्रयास नहीं कर रहा है। डीन भी इसी माह में सेवानिवृत्त होने जा रही हैं और उनके एक्सटेंशन के प्रयास चल रहे हैं, उनका कार्यकाल आगे बढ़ता है या नहीं, इस पर बहुत लोगों की निगाहे हैं। वहीं इस मामले में कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि उन्हें जानकारी है कि एमटीएच में क्या हो रहा है। जो मौतें इलाज के दौरान हुई हैं, उनका डेथ ऑडिट किया जाएगा, वहीं नई व्यवस्था भी जल्द लागू की जाएगी।
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