औद्योगिक इकाइयों के आगे बौना हुआ जिला प्रशासन

सिंगरौली जिले में हुई बाँध टूटने की घटना ने जिले के साथ-साथ प्रदेश और देश मे कोहराम मचा दिया है।हादसे में मृतकों के परिजनों को दस लाख की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी।
औधोगिक इकाइयों के आगे बौना हुआ जिला प्रशासन
औधोगिक इकाइयों के आगे बौना हुआ जिला प्रशासनShashikant Kushwah

राज एक्सप्रेस। सिंगरौली जिले में हुई बाँध टूटने की घटना ने जिले के साथ-साथ प्रदेश और देश मे कोहराम मचा दिया है। सिंगरौली जिले में रिलायंस ग्रुप का सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट स्थित है, जिसमें 11अप्रैल शाम 5:00 बजे के आसपास हादसा हो गया उस हादसे में 6 लोग लापता हो गए थे। जिसमें जिला प्रशासन के द्वारा 1 बच्चे और एक वयस्क की डेड बॉडी को रिकवर कर लिया गया है। वहीं अब भी घटना के बाद से कुछ और लोग लापता बताए जा रहे हैं। राहत बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम एवं होमगार्ड की टीमें लगातार लगी हुई हैं।

बांध की गुणवत्ता पर उठे सवाल कंपनी प्रबंधन की भूमिका संदिग्ध :

फ्लाई ऐश डैम के घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लेते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बांध की गुणवत्ता पर कंपनी प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया। इसके साथ ही आपको बताते चलें कि अक्टूबर माह में विस्थापितों एवं स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा 21 दिन का धरना शासन प्लांट के पास दिया गया था, जिसमें ग्रामीणों ने मांग की थी कि, सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट के फ्लाई ऐश डैम की गुणवत्ता सही नहीं है ऐसे में कभी भी कोई जनहानि या बड़ा हादसा हो सकता है। बावजूद इसके कंपनी प्रबंधन की ओर से जिला प्रशासन को बताया गया कि बांध की गुणवत्ता पर संदेह नहीं किया जा सकता इसके निर्माण में सभी मानकों का पालन हुआ है। वहीं इस घटना के बाद से कंपनी प्रबंधन का कोई भी जिम्मेदार सामने आने को तैयार नहीं है।

ग्रामीणों ने जताया रोष :

फ्लाई ऐश डैम के टूटने के बाद से एक और जहां किसानों की कई एकड़ जमीनों पर जहरीली राख फैल गई एवं फसलें चौपट हो गईं, घरों में जहरीली राख घुस गई संबंधित घटनाक्रम के सामने आने के बाद ग्रामीण भारी संख्या पर एकत्र हो गए एवं जिला प्रशासन के सामने कंपनी प्रबंधन को लेकर रोज जताते हुए कहा कि कंपनी प्रबंधन पर आपराधिक मामला दर्ज कर जल्द से जल्द कार्यवाही की जाए।

पुनः प्रदूषित हुआ रिहंद जलाशय :

सासन पावर प्रोजेक्ट का फ्लाई ऐश डेम टूटने के बाद से एक और जहां लाखों मैट्रिक टन जहरीली राख जो कि नालों नदियों से होते हुए रिहंद जलाशय में समा गई, जिससे की रिहंद जलाशय को काफी भारी क्षति पहुंची है। आपको बता दें कि इससे पूर्व में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन के फ्लाई ऐश डैम टूटने के बाद वहां पर की लाखों मेट्रिक टन जरेली राख भी रिहंद जलाशय में समा गई थी और इस घटना को बीते हुए अभी कुछ ही महीने हुए हैं। ऐसे में एक बात साफ है कि रिहंद जलाशय जो कि पूरे ऊर्जांचल क्षेत्र के लोगों की प्यास बुझाता है अब वह लगातार प्रदूषित होता जा रहा इसमें यह कहना गलत नहीं होगा कि मानवीय जीवन के मूल्य को कंपनियां नहीं समझ रही हैं।

एनसीएल प्रबंधन मदद को लेकर आया सामने :

मिली जानकारी के अनुसार घटनाक्रम के बाद एनसीएल अम्लोरी परियोजना के जनरल मैनेजर सहित नोडल अधिकारी अमरेंद्र कुमार मौका स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया व स्थानीय प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आए आनन-फानन में एनसीएल प्रबंधन की ओर से भारी भरकम मशीनें राहत और बचाव कार्य के लिए भेजी गई ताकि राहत कार्य को गति मिल सके।

एनसीएल प्रबंधन मदद को लेकर आया सामने
एनसीएल प्रबंधन मदद को लेकर आया सामनेShashikant Kushwah

प्रथम दृष्टया कंपनी प्रबंधन की लापरवाही साफ झलक रही- कलेक्टर सिंगरौली :

सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट के ऐश डाइक डेम के टूटने की घटना के बाद से ही प्रशासनिक अमला एवं जिला पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया प्रशासन की इस घटनाक्रम पर लगातार नजर बनी हुई है। वहीं घटनाक्रम के बाद एक पोकलेन मशीन का ड्राइवर सहित पांच ग्रामीण लापता बताए जा रहे थे, जिसमें दो डेड बॉडी को रिकवर किया जा चुका है साथ ही अन्य लोगों की तलाश युद्ध स्तर पर जारी है। साथ ही जानकारी देते हुए बताया गया कि मृतकों के परिजनों को दस लाख (10,00,000) की आर्थिक सहायता राशि एवं जिला कलेक्टर ने बताया कि सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट में हुए इस भीषण हादसे में प्रथम दृष्टया जो गलती समझ में आ रही है वह कंपनी प्रबंधन की लापरवाही की ओर इशारा कर रही है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान सिंगरौली कलेक्टर के. वी. एस. चौधरी ने स्पष्ट किया कि अभी भीषण गर्मी पड़ रही है और ऐसे में बांध का टूटना कंपनी की लापरवाही को उजागर करता है।

ड्रोन कैमरे से सर्चिंग ऑपरेशन जारी- पुलिस कप्तान :

घटनाक्रम के संबंध में जिला पुलिस कप्तान श्री तुषार कांत विद्यार्थी ने बताया कि राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ एसडीआरएफ की टीम ने संयुक्त रूप से काम कर रही हैं एवं जो लोग अभी लापता हैं उनके लिए ड्रोन कैमरा के माध्यम से सर्चिंग ऑपरेशन जारी है। इसके साथ ही पुलिस कप्तान ने स्पष्ट किया कि घटनाक्रम के बाद से 500 पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। एक सवाल के जवाब में पुलिस कप्तान ने कहा कि घटनाक्रम की जांच के उपरांत अगर कंपनी प्रबंधन की लापरवाही सामने आएगी तो निश्चित तौर पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाएगा।

रीवा रेंज आईजी ने किया स्थल निरीक्षण :

फ्लाई ऐश डैम के टूटने के बाद से एक और जहां हड़कंप मचा हुआ है वैसे में प्रशासन लगातार मुस्तैद है आज उसी तारतम्य में रीवा रेंज के आईजी ने शासन पावर प्लांट के आसपास के एरिया का निरीक्षण किया एवं लोगों से मिले एवं पीड़ितों का हाल जाना।

रीवा रेंज आईजी ने किया स्थल निरीक्षण
रीवा रेंज आईजी ने किया स्थल निरीक्षणShashikant Kushwah

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