डॉक्टर और कांग्रेस नेता पर मारपीट व अभद्रता के लगाए आरोप

मरीज के परिजन का आईसीयू में जाना मानो गुनाह हो गया। इसी लेकर भारी विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। मकरोनिया थाने में नहीं लिखी गई पीडि़त पक्ष की रिपोर्ट, भीम आर्मी के प्रदर्शन के बाद पुलिस हरकत में आई।
घटना के बाद मकरोनिया थाने के बाहर प्रदर्शन करते हुए भीम आर्मी के सदस्य
घटना के बाद मकरोनिया थाने के बाहर प्रदर्शन करते हुए भीम आर्मी के सदस्यRaj Express

सागर, मध्यप्रदेश। आजकल निजी अस्पतालों में इलाज के साथ मरीजों और उनके परिजनों को डॉक्टरों की ज्यादतियों का शिकार भी होना पड़ता है। मरीज इलाज की आस में महंगे-महंगे बिल चुकाकर अस्पतालों में भर्ती होते हैं, लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं हो पाता और उल्टे उन्हें डॉक्टरों की प्रताडऩा का शिकार होना पड़ता है। ऐसा ही मामला गत दिवस मकरोनिया की प्रसिद्ध प्राइवेट अस्पताल राय हॉस्पिटल में सामने आया है। अस्पताल में इलाज कराने के लिये बंडा से आये मरीज ताराबाई को आईसीयू में भर्ती कराया गया था।

पीड़ित का आरोप :

मरीज का हालचाल जानने के लिये जब उनके परिजनों ने बार-बार अस्पताल प्रबंधन से मनुहार की तो उनको न तो वहां जाने दिया जा रहा था और न ही उनकी बात कोई सुन रहा था। इसको लेकर जब पूरा दिन गुजर गया और मरीज के परिजन अपने मरीज का हालचाल नहीं जान पाये तो उनके परिजनों में से एक युवक आईसीयू में चला गया और मरीज के परिजन का आईसीयू में जाना मानो गुनाह हो गया। जिसको लेकर भारी विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। पीड़ित रोशन अहिरवार का आरोप है कि, राय अस्पताल के संचालक डॉ. संतोष राय और कांग्रेस नेता दीपक दुबे ने उसके साथ जमकर मारपीट की और जातिगत अपमान भी किया।

रसूख के चलते थाने में नहीं लिखी गई रिपोर्ट :

मारपीट के बाद पीड़ित रोशन अहिरवार ने बताया कि, 'वह अपनी सास का इलाज कराने राय अस्पताल में आया था और अपने परिजन के बारे में जब वह जानकारी लेने आईसीयू में पहुंचा तो उसके साथ पहले तो वहां मौजूद गार्डों ने मारपीट की और मारते हुए नीचे लेकर पहुंचे तो वहां पर मौजूद अस्पताल संचालक डॉ. संतोष राय, दीपक दुबे ने उसके साथ मारपीट की और गाड़ी में बिठाया तथा थाने तक मारपीट करते हुए ले गये। जब पीडि़त युवक ने पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई तो मकरोनिया पुलिस ने उसकी शिकायत नहीं सुनी और न ही रिपोर्ट दर्ज की। इतना ही नहीं पीड़ित का आरोप है कि पुलिस द्वारा आरोपियों का पूरा पक्ष लिया गया और उसे धमकाया गया। धमकाने के बाद उसने रात में राजीनामा कर लिया। इसके बाद उसने अपनी पीड़ा भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र अहिरवार को बताई तो डॉक्टर संतोष राय, कांग्रेस नेता दीपक दुबे ने उसे भी फोन पर धमकाया।

जमकर हुआ हंगामा हरकत में आई पुलिस:

पीडि़त रोशन अहिरवार द्वारा पुलिस तथा आरोपियों की प्रताडऩा के चलते भीम आर्मी जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र अहिरवार से मदद मांगी गई। जैसे ही आरोपियों को जानकारी मिली तो उन्होंने भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष को जमकर धमकाया। धर्मेन्द्र अहिरवार का आरोप है फोन पर मुझे डॉ. संतोष राय, भाजपा नेता कुलदीप राठौर ने धमकाया और जातिगत अपमान किया। जिस पर गुरुवार को भीम आर्मी के सदस्यों के द्वारा मकरोनिया थाना, राय अस्पताल सहित मकरोनिया चौराहा पर जमकर हंगामा किया जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और पीडि़त का आवेदन मकरोनिया थाने भिजवाया गया। वहीं इस मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधक डॉ. संतोष राय का कहना है कि रोशन अहिरवार ने जो आरोप लगाये हैं वह निराधार हैं। रोशन अहिरवार ने शराब पीकर गार्ड के साथ मारपीट की थी जिसका वीडियो फुटेज हमारे पास है।

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