राज एक्सप्रेस। एक तरफ कोरोना का खतरा दूसरी तरफ राजनीतिक खींचतान के बीच हाल ही में खबर आई है कि- कमलनाथ सरकार के समय नेता प्रतिपक्ष रहे गोपाल भार्गव ने इस्तीफा देने में की बड़ी चूक कर दी है। सोमवार को प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से पेश किए गए विश्वास मत प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की गयी।
नेता प्रतिपक्ष रहे गोपाल भार्गव ने की बड़ी चूक :
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने पद से इस्तीफा देने में चूक कर दी है। विधानसभा अध्यक्ष के नाम इस्तीफा सौंपा जाना था, लेकिन प्रमुख सचिव विधानसभा के नाम इस्तीफा सौंपने के कारण स्वीकार नहीं हुआ। आज विधानसभा में अपनी सरकार में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर गोपाल भार्गव उपस्थित रहे।
भार्गव ने विधानसभा के प्रमुख सचिव को भेजे अपने पत्र में कहा-
भारतीय जनता पार्टी विधायक दल के नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधानसभा के प्रमुख सचिव को भेजे अपने पत्र में कहा है कि उनके इस्तीफे को तत्काल प्रभाव से मंजूर किया जाए, इधर, कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने मांग की है कि कमलनाथ को अब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए।
आपको बताते चलें कि सोमवार दिनांक 23 मार्च 2020 को विधायक दल की बैठक में विधायक दल औपचारिक रूप से शिवराज सिंह चौहान को अपना नेता चुना गया। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही शिवराज सिंह चौहान ने एक्शन मोड में काम शुरू कर दिया। उन्होंने तुरंत राज्य के अधिकारियों की मीटिंग बुलाकर राज्य में कोरोना वायरस से निपटने के सरकारी प्रयासों की समीक्षा की।
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