भोपाल, मध्य प्रदेश। मध्यप्रदेश में प्राइवेट लैब में कोरोना की जांच के लिए सरकार ने रेट तय कर दिए हैं। अब कोई भी लैब या प्राइवेट हॉस्पिटल उससे ज़्यादा पैसा नहीं वसूल पाएगा। अगर वसूला तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना की जांच कराने के लिए लोगों पर खर्च का कुछ ज़्यादा ही बोझ पड़ रहा है। अन्य राज्यों के मुकाबले मध्यप्रदेश में टेस्ट और इलाज के रेट काफी ज़्यादा हैं। जिस तरह से प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है उसे देखते हुए सरकार ने जनता को राहत देने का आदेश जारी कर दिया है। प्राइवेट लैब कोरोना टेस्ट के नाम पर मनमाने पैसे ऐंठ रहे थे., इसलिए अब सरकार ने जांच के रेट तय कर दिए हैं। मध्य प्रदेश में कहीं भी निजी अस्पताल या निजी लैब जिसे कोरोना टेस्ट करने की मान्यता है वहां अब इससे ज़्यादा पैसे नहीं वसूले जा सकेंगे।
ये हैं कोरोना टेस्ट के रेट :
आरटीपीसीआर जांच 1200 रुपए में होगी, यदि मरीज सैंपल घर से देना चाहता है तो उसका 200 रुपए अतिरिक्त चार्ज लगेगा। इसी तरह एंटीजन टेस्ट के लिए 900 रुपए देना होंगे, यदि सैंपल घर से दिया जा रहा है तो 200 रुपए अतिरिक्त चार्ज देना होगा। इस निर्धारित शुल्क में सरकार ने सभी तरह के चार्ज को शामिल किया है, जैसे ट्रांसपोर्टेशन, पीपीई किट, केमिकल आदि।
सरकार की कसी नकेल :
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नाम पर एक तरफ जहां स्वास्थ्य विभाग कई तरह की रियायतें लोगों तक पहुंचने की कोशिश में जुटा है, वहीं निजी पैथ लैब और अस्पताल में इस आपदा को अवसर मानकर पैसा कमाया जा रहा था। इस पर अब सरकार ने नकेल कसी है।
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