ग्वालियर, मध्यप्रदेश। कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन टीकाकरण की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने अब जिला प्रशासन कोविड महामारी के दिनों की तरह ही व्यवस्था संभालेगा। टीकाकरण की व्यवस्थाओं में स्वास्थ्य विभाग के फेल होने के बाद यह निर्णय लिया गया है। टीकाकरण के लिए बनाया गया नया सिस्टम चुनाव के बूथ लेवल सिस्टम पर आधारित है।
टीकाकरण के लिए पात्र बुजुर्ग लोगों को चिन्हित करने के लिए पोलिंग बूथों के जरिए डाटा निकाला गया है। जिले के कुल 51 टीकाकरण केंद्रों पर पोलिंग बूथ के अनुसार मैपिंग की जा रही है, जिससे बुजुर्ग को नजदीकी केंद्र पर ही वैक्सीन लग जाए। इसके लिए ग्रामीण और शहरी के लिए अलग-अलग प्लान तैयार किया गया है। शहरी में एसडीएम और निगम उपायुक्त और ग्रामीण में एसडीएम और सीइओ जिला पंचायत को जिम्मा दिया गया है। इसके बाद मानीटरिंग के दो और लेवल होंगे।
यहां बता दें कि ग्वालियर में चल रहे टीकाकरण में केंद्रों पर लोगों की कतार और अव्यवस्थाएं बढ़ गईं हैं। इस कारण उम्रदराज लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलना पड़ रही है। स्वास्थ्य विभाग जयारोग्य अस्पताल, जिला अस्पताल से लेकर दूसरे केंद्रों पर व्यवस्थाएं संभाल नहीं पा रहा था। बुधवार को जिला अस्पताल में सबसे ज्यादा अव्यवस्थाएं सामने आईं और विवाद की स्थिति भी बन गई थी। इसी कारण अब जिला प्रशासन ने टीकाकरण की व्यवस्था पटरी पर लाने सिस्टम बनाया है।
यह तैयार किया है नया प्लान :
जिले में सभी पोलिंग बूथों पर बुजुर्गों की संख्या रिकॉर्ड में है। प्रशासन के पास यह डाटा है कि किस पोलिंग बूथ पर कितने बुजुर्ग वोटर आते हैं। इसी आंकड़े के आधार पर पोलिंग बूथों के आसपास तैयार किए गए टीकाकरण केंद्र को चिन्हित किया जा रहा है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में इनकी मैपिंग की जा रही है। पोलिंग बूथ और टीकाकरण केंद्रों की मैपिंग पूरी होते ही बुजुर्गों को घरों से बुलाकर टीकाकरण कराया जाएगा।
शहरी क्षेत्र :
पहला लेवल- संबंधित क्षेत्र के एसडीएम और नगर निगम के उपायुक्त अपने-अपने क्षेत्र मानीटर करेंगे।
दूसरा लेवल- नगर निगम के जोनल आफिसर टीकाकरण में चिंहित लोगों की मानीटरिंग करेंगे।
तीसरा लेवल- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, निगम के टीसी ग्राउंड लोगोंं को टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे।
ग्रामीण क्षेत्र :
पहला लेवल- संबंधित क्षेत्र के एसडीएम और सीइओ जिला पंचायत ग्रामीण क्षेत्र के टीकाकरण की मानीटरिंग करेंगे।
दूसरा लेवल- क्षेत्र के तहसीलदार और नायब तहसीलदार अपने-अपने क्षेत्र में व्यवस्था संभालेंगे।
तीसरा लेवल- ग्राम पंचायत का स्टाफ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव टीकाकरण के लिए लोगों को केंद्रों पर पहुंचाने की व्यवस्था देखेंगे।
इनका कहना है :
जिला प्रशासन टीकाकरण की व्यवस्था भी संभालेगा। एसडीएम से लेकर ग्राउंड लेवल के अमले को इसमें शामिल किया गया है। पोलिंग बूथ के डाटा के आधार पर मानीटरिंग कराई जाएगी।
कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर
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