बेटियों की पढ़ाई में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी : मुख्यमंत्री
बेटियों की पढ़ाई में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी : मुख्यमंत्रीSocial Media

बेटियों की पढ़ाई में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी : मुख्यमंत्री चौहान

मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में पहले एक हजार पुरुषों पर 927 महिलाएं होती थी, लेकिन लाड़ली लक्ष्मी योजना के फलस्वरूप प्रदेश में अब यह अनुपात बढ़कर एक हजार पुरुषों पर 956 महिलाओं का हो गया है।

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में पहले एक हजार पुरुषों पर 927 महिलाएं होती थी, लेकिन लाड़ली लक्ष्मी योजना के फलस्वरूप प्रदेश में अब यह अनुपात बढ़कर एक हजार पुरुषों पर 956 महिलाओं का हो गया है। इस संख्या को सरकार बराबर करना चाहती है। चौहान ने आश्वस्त किया कि बेटियों की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। यह बात मुख्यमंत्री ने सोमवार को ग्वालियर में राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में कही। जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में सशक्त बालिका सशक्त समाज, सशक्त मध्यप्रदेश नाम से आयोजित कार्यक्रम में सीएम चौहान ने कहा कि पहले बेटियों के साथ भेदभाव होता था, लेकिन अब बेटा-बेटी एक बराबर हैं। जब तक बेटा-बेटी को बराबर नहीं माना जाएगा, तब तक बेटी को आने से लोग रोकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के जब प्रसव होता है तो संबल योजना के तहत प्रसव के पूर्व चार हजार रुपए तथा बाद में 12 हजार रुपए दिए जाते हैं। बेटी के जन्म से लेकर उसके विवाह होने तक सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई गई हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में 41 लाख लाड़ली लक्ष्मी हैं, जिसके फलस्वरूप अब माता-पिता के नजरिए में बदलाव आया है। अब लोग बेटा-बेटी में भेदभाव नहीं करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से भी सशक्त किया जा रहा है। स्व-सहायता समूह में 33 लाख महिलाएं जुड़ी हैं। इसी प्रकार शिक्षा विभाग में 50 प्रतिशत एवं पुलिस विभाग में 30 प्रतिशत आरक्षण बेटियों को दिया गया है, इसलिए हर क्षेत्र में बेटियां आगे बढ़ रही हैं।

इस मौके पर केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश स्तरीय राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने के लिए ग्वालियर को चुना है, ये खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि समग्र समाज, गरीबी, पीड़ा, किसान, गांव, बहन एवं बेटी के प्रति बहुत ही अनुकरणीय पहल राज्य शासन द्वारा की गई है। गरीब की बेटी के हाथ पीले हों इस बात का इंतजाम सरकार ने किया है। उन्हें पढ़ाया-लिखाया तथा बड़ी होने पर शादी की जिम्मेदारी भी सरकार ने ली है। उन्होंने कहा कि बेटी पूजनीय है।

कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से जुड़े केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नारी तो नारायणी है। ये शब्द स्वामी विवेकानंद के हैं। उन्होंने कहा कि यदि महिलाओं के काम में हस्तक्षेप बंद कर दिया जाए तो वे सशक्त बन सकेंगीं। महिलाओं की प्रगति में सुरक्षा और स्वास्थ्य में असमानता ये बड़ी बाधायें हैं। अगर ये असमानताएं दूर हो जाएं तो महिलाएं किसी से कम नहीं है। बेटियां देश के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए लाड़ली लक्ष्मी हैं। बेटियों ने हर क्षेत्र में अपना परचम लहराया है। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एवं उद्यानिकी राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

मुख्यमंत्री ने बांटी सहायाता राशि :

समारोह में मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत 10 हजार हितग्राहियों को लाभान्वित किया। उन्होंने एक करोड़ 70 लाख रुपए की राशि हितग्राहियों के खाते में सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरित की। इसी प्रकार 550 बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत 22 लाख रुपए छात्रवृत्ति के रूप में अंतरित किए। इसके अलावा बेटियों को लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण-पत्र एवं विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने के लिए महिलाओं को नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित किया गया। इस मौके पर लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी, जिला पंचायत प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष मनीषा यादव, सफाई दूत सरस्वती तथा बड़ी संख्या में महिलाएं एवं बालिकाएं उपस्थित थीं।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

Related Stories

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com