पटवारी ने फर्जी तरीके से बढ़ाया जमीन का रकवा, कार्रवाई होना तय
पटवारी ने फर्जी तरीके से बढ़ाया जमीन का रकवा, कार्रवाई होना तयRaj Express

Gwalior : पटवारी ने फर्जी तरीके से बढ़ाया जमीन का रकवा, कार्रवाई होना तय

दो पटवारियों ने किया बड़ा फर्जीवाड़ा, एक पर हुई कार्रवाई, दूसरे को दिया नोटिस। रकवा बढ़ाकर तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर कर कराया नामांतरण। अभिलेखों में भी कर दिया अमल। मामला ग्राम शंकरपुर का।

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। जिले के ग्वालियर अनुभाग के ग्राम शंकरपुर में दो पटवारियों ने एक बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है। जिसमें पकड़े जाने पर एक पटवारी को तो निलंबित कर दिया गया है। जबकि दूसरे को नोटिस दिया गया है। असल में मामला यह है कि एक पटवारी ने तो विक्रे ता की जमीन का रकवा बढ़ा दिया। जबकि दूसरे ने उसी बढ़े हुए रकवे का तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर कर नामांतरण कर दिया है। अब देखना यह है कि अधिकारी दूसरे पटवारी पर कार्रवाई करेंगे अथवा किसी प्रकार के राजैनिक दबाव में आकर उसे बचा लेंगे।

ग्वालियर सिटी अनुभाग के ग्राम शंकरपुर में सर्वे क्रमांक 1016 /1/2 जिसका कुल रकवा 0.188 हेक्टेयर था। जिसमें भूमि स्वामी नन्हें पुत्र गंगाराम कमरिया ने अपने हिस्से की कुछ जमीन बेच दी थी। इसके बाद उसके हिस्से में कुल 28 वर्ग मीटर शेष बची थी। जबकि सर्वे क्रमांक 1016/1/2 में 100 वर्ग मीटर जमीन प्रताप पुत्र गंगाराम, 100 वर्ग मीटर जमीन गिरिजा पुत्री गंगाराम की थी।

अन्य खातों को जोड़कर बनाया नया खाता :

चूंकि नन्हे अपने हिस्से की जमीन में से 28 वर्ग मीटर जमीन को छोड़कर पूरी बेच चुका था। बाद में शंकरपुर में पदस्थ पटवारी श्रीमती ज्योति चौक से ने 28 वर्ग मीटर जमीन को फर्जी तरीके से बढ़ाकर 310 हेक्टेयर कर दिया था। चूंकि नन्हें द्वारा बेची गई जमीन का नामांतरण नहीं हो पा रहा था। क्योंकि उसके खाते में सिर्फ 28 वर्ग मीटर जमीन शेष थी। लेकिन नामांतरण के लिए नन्हें के खाते में और अधिक जमीन की आवश्यकता थी। इसलिए पटवारी चौक से ने 28 वर्ग मीटर को 310 हेक्टर कर दिया।

आखिर पटवारी की आईडी से कैसे हुआ यह कारनामा :

इस संबंध में जब राजएक्सप्रेस संवाददाता ने उनके मोबाइल नम्बर 7415550001 पर सम्पर्क किया। तब उन्होंने बताया कि उन्हें नहीं पता कि यह सब किसने किया और कैसे हुआ। उनका कहना था, कि उन्होंने इस संबंध में जानकारी अधिकारियों को दे दी है। सोमवार को वह नोटिस का भी जवाब अधिकारियों को दे देंगी। अब यहां पर विचार करने वाली बात यह है कि आखिर जो फर्जीवाड़ा हुआ है। वह पटवारी चौकसे की आईडी से ही हुआ है। फिर उन्हें इस संबंध में कैसे नहीं पता है ? पटवारी के जवाब से प्रतीत होता है कि वह खुद को बचाने के लिए यह सफेद झूट बोल रहीं हैं।

तहसीलदार के किए थे फर्जी हस्ताक्षर :

उक्त मामले में एसडीएम ग्वालियर सिटी मो. यूनिस कुर्रेशी ने हाल ही में ग्राम बरा के पटवारी राजेश कुरेचिया को सस्पेंड कर दिया है। जांच के दौरान पाया गया कि पटवारी कुरेचिया ने सर्वे क्रमांक 1016/1/2 के तीन प्लॉटों के फर्जी तरीके से नामांतरण कराए हैं। प्रत्येक प्लॉट का क्षेत्रफल 1040 वर्गफीट है। उक्त तीनों प्लॉट का नामांतरण कराने के लिए राजेश कुरेचिया द्वारा तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर कराए गए थे। मामला सामने आने पर एसडीएम ने कुरेचिया को सस्पेंड कर दिया है।

मामले को दिखवाता हूं :

यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। मैं इस संबंध में जानकारी लेता हूं। मामले की जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, कलेक्टर

इनका कहना :

उक्त मामले में हम अब तक पटवारी राजेश कुरेचिया को सस्पेंड कर चुके हैं। जबकि पटवारी श्रीमती ज्योति चौक से को नोटिस दिया गया है। उनका जवाब यदि संतोषजनक नहीं होगा, तब उनके खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई तय है।

मो. यूनिस कुर्रेशी, एसडीएम ग्वालियर - सिटी

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