अनूपपुर : सब पर भारी....प्रभारी खनिज अधिकारी

अनूपपुर, मध्य प्रदेश : अधिकारी के जाते ही शुरू करवा दिया अवैध उत्खनन। प्रतिबंध के बावजूद सोन-तिपान से रेत का अवैध कारोबार। शहर में मौजूद रेत के जखीरे दे रहे अधिकारी की करतूत की गवाही।
सोन-तिपान से रेत का अवैध कारोबार
सोन-तिपान से रेत का अवैध कारोबारShrisitaram Patel

अनूपपुर, मध्य प्रदेश। कई वर्षाे से खनिज कार्यालय में पदस्थ निरीक्षक राहुल शांडिल्य को अधिकारी के न रहने पर प्रभार का मौका मिलता है तो, शासन के नियमों को तोड़ने के साथ ही अवैध उत्खनन और परिवहन को बढ़ावा देना उनकी आदतों में शुमार हो गया है। मानसून सत्र में रेत चोरों को संरक्षण देकर खुलेआम अवैध कारोबार संचालित कराया जा रहा है, पूरे शहर में इस बात के प्रमाण रेत के जखीरे दे रहे हैं।

1 अक्टूबर तक रेत के उत्खनन पर एनजीटी के निर्देश पर सिया और खनिज संसाधन विभाग द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन विभाग में बैठे प्रभारी खनिज अधिकारी राहुल शांडिल्य एक बार फिर अधिकारी के छुट्टी पर जाने के बाद प्रभार मिलते ही पूरे शहर के अलावा जिले भर में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन शुरू हो गया है। अधिकारी ने रेत चोरों, तस्करों और माफियाओं का खुला संरक्षण दे रखा है। नतीजा यह है कि अब शहर में सड़क के किनारे रेत के जखीरे अवैध उत्खनन और परिवहन के प्रमाण दे रहे हैं।

नाक के नीचे हो रहा अवैध उत्खनन :

खनिज कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर मानपुर और सीतापुर में सोन नदी पर रेत का अवैध उत्खनन शाम ढलते ही शुरू हो जाता है, इतना ही नहीं कुछ ही दूरी पर हर्री में तिपान नदी पर रेत माफियाओ ने डेरा जमा रखा है, कार्यालय के चंद दूरी पर ही रेत का अवैध कारोबार संचालित हो रहा है, पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी वहीं पर निवास करते हैं, लेकिन किसी को अवैध कारोबार दिखाई नहीं दे रहा।

शहर में मौजूद रेत के जखीरे :

ट्रैक्टरों और डग्गियों से खनिज विभाग के साथ ही पुलिस के संरक्षण में रेत माफिया रेत का मानसून सीजन में प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से उत्खनन और परिवहन कर रेत को शहर में ऊंचे दामों में बेचने का काम कर रहे हैं, अलग-अलग स्थानों पर मौजूद रेत के ढेर अधिकारियों की करतूत खुद ही गवाहियां दे रही है, जिन स्थानों पर रेत के जखीरे बनाये गये हैं, उन स्थानों से भी अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन चंद चांदी के सिक्कों के खातिर अधिकारियों ने अपनी आंखे मूंद ली हैं। मौहरी स्थित डम्पिंग में महज 500 घन मीटर रेत जब्त की गई थी, लेकिन शहर व आस-पास के इलाकों में नजर दौडाई जाये तो हजारो घन मीटर रेत पडे हुए है, यही नही जैतहरी के सिवनी से रात्रि में राजेन्द्रग्राम तक रेत पहुंच रही है, लेकिन पुलिस और खनिज विभाग कुछ नहीं जानती है।

विवादों में रहा कार्यकाल :

खनिज निरीक्षक राहुल शांडिल्य के कार्यकाल को अगर देखा जाये तो, उनका कार्यकाल जिले में पदस्थापना के दौरान विवादों में रहा हो, चाहे रेत का उत्खनन हो या फिर पत्थरों की खदानों में नियम विरूद्ध तरीके से हुए उत्खनन, रिश्वत लेकर पकड़े गये वाहनों को छोड़ने के साथ ही जुर्माने कम करने के अलावा नियम विरूद्ध रेत के भण्डारण स्वीकृत करने, सूचना के बाद भी अवैध उत्खनन और परिवहन पर कार्यवाही न करना विभाग के नियमों को शिथिल करते हुए, खुद के बनाये हुए नियमों पर आदेश जारी करना जैसे कई मामले सुर्खियों में रहे हैं।

रौंद दिये केन्द्र के कानून :

भारत सरकार पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा रेत उत्खनन के स्थाई प्रबंधन हेतु गाईड लाईन जारी की गई है, जिसके अनुसार भारतीय मौसम विज्ञान विभाग नागपुर द्वारा प्रदेश में मानसून लागू होने की तिथि 30 जून से 01 अक्टूबर तक जिले की समस्त रेत खदानों में रेत खनन कार्य पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस संबंध में खुद विभाग के द्वारा आदेश जारी किये गये हैं कि भ्रमण करके सड़क के किनारे रेत का स्टॉक निर्माण कार्य हेतु अवैध रूप से पाया जाता है तो, रेत के स्टॉक को जब्त कर नवीन रेत नियम 2019 के तहत कार्यवाही की जाये, लेकिन सबकुछ जानने के बावजूद प्रभारी खनिज अधिकारी अपने ही विभाग के नियमों और कानूनों को रौंदने में तुले हुए हैं, केन्द्र की गाइड लाईन हो या विभाग के आदेश या सिया के आदेश सबकुछ यहां पर बौने दिखाई दे रहे हैं।

इनका कहना है :

रात्रि में हम कहीं नहीं जा पा रहे है, दिन में हमने जांच किया है, रेत मौहरी स्थित डंप से आ रही होगी, कुछ दिन पहले ही 500 घन मीटर जब्त किया गया था, उसकी रायन्टी रहती है।

राहुल शांडिल्य, प्रभारी खनिज अधिकारी, अनूपपुर

रात्रि में गश्त के दौरान पुलिस रहती है, वाहन चालक द्वारा रायल्टी दिखाई जाती है, हर गाड़ी से बार-बार पूछा भी नहीं जा सकता, फिर भी मैं अवैध परिवहन की जानकारी लेकर कार्यवाही करता हूं।

नरेन्द्र पाल, कोतवाली प्रभारी, अनूपपुर

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.co