ग्वालियर की जो छवि धूमिल हुई है उसे अच्छा काम करके सुधारें
ग्वालियर, मध्य प्रदेश। नगर निगम की पहचान लोगों के बीच किए जाने वाले काम से होनी चाहिए। आप सभी लोग समय पर कार्यालय में मौजूद रहें और ईमानदारी से अपना काम करें। पिछले कुछ दिनों में जिस तरह ग्वालियर नगर निगम की छवि धूमिल हुई है उसे अच्छा काम करके सुधारने का प्रयास करें। सभी लोग ड्रेस कोड का पालन करें और शासन की योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ आम जनता को मिले इसके प्रयास करें। यह बात नवागत निगमायुक्त शुभम वर्मा ने कही। वह मंगलवार दोपहर 2 बजे सिटी सेंटर स्थित निगम मुख्यालय में पदभार ग्रहण करने के बाद निगम अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। इस दौरान अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
पदभार ग्रहण करने के बाद निगमायुक्त ने मुख्यालय में निगम अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में पहले उन्होंने सभी का परिचय प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने नगर निगम द्वारा किए जाने वाले कुछ कार्यों का उदाहरण पेश किया जिससे लोग परेशान होते हैं। निगमायुक्त ने कहा कि हम काम तो करते हैं इसके बावजूद हमारी बदनामी होती है। उदाहरण के रूप में हमने सीवर चेम्बर साफ कराएं और उसका मलबा सड़क पर ही डला रहने दिया। इससे लोग परेशान होते हैं। हमने काम तो लोगों के लिए किया लेकिन फिर भी बदनामी हुई। बेहतर है कि हम ऐसी व्यवस्था करें कि सीवर साफ करें और तत्काल मलबा भी उठ जाए। निगमायुक्त ने पार्क अधीक्षण से मुखातिब होते हुए कहा कि आप लोग भी इसी तरह का काम करते हैं। पेड़ों की कटाई करने के बाद डालियों को वहीं छोड़ देते हैं। ऐसी व्यवस्था बनाएं कि पेड़ों की कटाई के बाद टहनियां एवं पत्तियों को तत्काल साफ किया जाए। निगमायुक्त ने कहा कि हम ऐसे काम करें जिससे जनता को सहूलियत हो। सीवर चेम्बर सड़क से ऊंचे न बनाए जाए इसका भी विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक के बाद निगमायुक्त ने मुख्यालय में स्थित विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया। कहां कौन अधिकारी बैठता है और क्या काम किया जाता है इस बारे में जानकारी प्राप्त की। निगमायुक्त ने निर्देश दिए कि किस विभाग में कौन से अधिकारी एवं कर्मचारी बैठते हैं उनका नाम बाहर अंकित किया जाए। बैठक के दौरान अपर आयुक्त नरोत्तम भार्गव, आरके श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, देवेन्द्र पालिया सहित सभी अधिकारियों उपस्थित थे। इससे पहले अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंटकर नवागत निगमायुक्त का स्वागत किया।
जो गलत काम करेगा उस पर होगी सख्त कार्यवाही :
बैठक में निगमायुक्त ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि जो बेहतर काम करेगा मैं उसका साथ दूंगा लेकिन जो गलत काम करेगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी। आप यह समझ लें कि उसे निपटा कर ही दम लूगा। आप लोग अपने कार्यों को बेहतर तरीके से करें और जहां मेरी जरूरत है वह बताएं। मैं आप सभी का साथ दूंगा।
मुख्यालय में सफाई व्यवस्था बेहतर रखें :
मुख्यालय के विभागों का निरीक्षण करने के दौरान निगमायुक्त को कई जगह गंदगी दिखाई दी। उन्होंने सभी कार्यों में सफाई व्यवस्था बेहतर रखने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि निगम मुख्यालय के शौचालय बहुत ज्यादा गंदे रहते हैं और मूत्रालयों में भी कई दिन तक सफाई नहीं होती। अगर निगमायुक्त शौचालयों का निरीक्षण कर लेते तो उन्हें हकीकत समझ आ जाती।
प्रजेन्टेशन देखकर समझा स्वच्छता अभियान का कार्य :
बैठक के बाद निगमायुक्त अपने केबिन में पहुंचे और आंगतुकों से मुलाकात की। इसके बाद शाम को निगमायुक्त ने विभिन्न अधिकारियों को बुलाकर स्वच्छता सर्वेक्षण की जानकारी ली। इसके बाद प्रजेन्टेशन के माध्यम से उन्हें स्वच्छता शहर में स्थित कम्युनिटी टॉयलेट, पब्लिक टॉयलेट, यूरिनल, बल्क वेस्ट जेनरेटर सहित अन्य जानकारी दी गई। साथ ही ओडीएफ, ओडीएफ प्लस प्लस, 7 स्टार रेटिंग, 5 स्टार रेटिंग आदि की प्रक्रिया भी समझाई गई। इस दौरान अपर आयुक्त नरोत्तम भार्गव, मुख्य समन्वयक अधिकारी प्रदीप चतुर्वेदी, सिटी प्लानर पवन सिंघल, नोडल अधिकारी कार्यशाला श्रीकांत कांटे, नोडल अधिकारी एसबीएम केशव सिंह चौहान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।