Indore : कड़ी मेहनत के बाद इंदौर बना देश का पहला वॉटर प्लस शहर

भारत सरकार द्वारा जारी परिणामों में इंदौर को देश का प्रथम वॉटर प्लस शहर घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि के लिये इंदौर नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ ही नागरिकों को बधाई दी।
इंदौर देश का सर्वप्रथम वाटर प्लस शहर घोषित
इंदौर देश का सर्वप्रथम वाटर प्लस शहर घोषितRavi Verma

इंदौर, मध्यप्रदेश। स्वच्छता में चार बार से देश में नंबर एक इंदौर ने स्वच्छता विजय यात्रा में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। भारत सरकार द्वारा जारी परिणामों में इंदौर को देश का प्रथम वॉटर प्लस शहर घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने इस उपलब्धि के लिये इंदौर नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ ही नागरिकों को बधाई दी है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा प्राप्त करने के बाद अब इंदौर देश का पहला वॉटर प्लस सिटी बन गया है। यह इतिहास रचने के लिए सभी इंदौरवासियों को बधाई। आप पर, आपकी कार्यशैली और आपके अनुशासन पर पूरे प्रदेश को गर्व है।

84 शहरों ने किया था आवेदन :

उल्लेखनीय है कि वॉटर प्लस की चयन प्रक्रिया में देश के 84 शहरों ने आवेदन किये थे, जिसमें से सिर्फ 33 शहरों को जमीनी सत्यापन के लिये उचित पाया गया था। जमीनी सत्यापन में इंदौर शहरवासियों की मेहनत ने एक बार फिर इतिहास रचा है। स्वच्छता भारत मिशन शहरी के अंतर्गत देश के शहरों का विभिन्न स्वच्छता मानकों के आधार पर परीक्षण किया जाता है। इसमें ओडीएफ प्लस, ओडीएफ डबल प्लस और वॉटर प्लस की श्रेणियाँ हैं। वॉटर प्लस का प्रमाण-पत्र उन शहरों को दिया जाता है, जिन्होंने ओडीएफ डबल प्लस के सभी मानकों को पूर्ण किया हो। साथ ही आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से निकलने वाले अवशिष्ठ मल-जल को उपचार के बाद ही पर्यावरण में छोड़ा जाता हो। ट्रीटेड वेस्ट-वॉटर का पुन: उपयोग भी सुनिश्चित किया जाता हो।

आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन शहरी योजना के प्रकाशित दिशा-निर्देशो का पालन करते हुए, जीरो विजिबिलिटी ऑफ ब्लेक एंड ग्रे वॉटर को प्राप्त कर संकल्प यानि सरस्वती और कान्ह लाईफलाईन प्रोजेक्ट को जनभागीदारी के माध्यम से पूर्ण करते हुए, इंदौर ने देश के वॉटर प्लस मापदंडो पर कार्य करते हुए, देश का सर्वप्रथम वॉटर प्लस शहर होना का गौरव प्राप्त किया है। प्रदेश के मुख्यमंत्रटवीट कर सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा प्राप्त करने के बाद अब इंदौर देश का पहला वॉटर प्लस सिटी बन गया है यह इतिहास रचने के लिए सभी इंदौरवासियो को बधाई भी दी गई। उन्होने कहा कि आपकी कार्यशैली और आपके अनुशासन पर पूरे प्रदेश को गर्व है।

इन कारणों से बना देश में नंबर वन इंदौर :

स्वच्छ भारत अभियान शहरी योजना के दिशा-निर्देशों का इंदौर नगर निगम ने कड़ाई से पालन करते हुए जीरो विजिबिलिटि ऑफ ब्लैक एंड ग्रे वाटर को जनभागीदारी से प्राप्त किया। इंदौर की प्राकृतिक धरोहर कान्ह नदी, जो 27.59 किमी, सरस्वती नदी 9.46 किमी और 25 नालों में कभी करीब 205 एमएलडी सिवेज बहा करता था। नदियों में 433 बड़े नाले, 1313 छोटे नालों में 5,242 सिवेज के आउटफाल्स थे। जिनमें नदी-नालो के किनारे स्थित करीब साढ़े पांच हजार घरों का जलमल (सिवेज) बिना किसी ट्रीटमेंट के छोड़ा जाता था। इंदौर नगर निगम ने सबसे पहले इन सभी आउटफाल्स को जीआईएस पर मैप्ड कराया और पूरा सीवर नेटवर्क प्लान तैयार किया। इसके बाद 7 नए डिसेंट्रलाइज्ड एसटीपी और 360 किमी की नई सीवर लाइन डालने का कार्य गत 2 वर्षों में पूरा किया। सभी साढ़े पांच हजार रहवासियों ने अपने घरों के पीछे छोड़े जाने वाले जमलमल (सिवेज) के अउटफाल को स्वयं के खर्चे पर घर के आगे जा रहे सीवर लाइन से जोड़ा। इंदौर में कुल 312 एमएलडी सिवेज का रोजाना ट्रीटमेंट किया जाता है। इशके बाद इस उपचारित साफ पानी में से 205 एमएलडी पानी को कान्ह और सरस्वती नदी में छोड़ा जाता है। इससे इन मौसमी नदियों में वर्षभर स्वच्छ पानी बहता हैष। 101 उपचारित (ट्रीटमेंट) पानी को पुन: उपयोग में लिया जाता है, जिससे रोड धुलाई, बागों की सिंचाई, बसों की धुलाई इत्यादि कार्य किया जाता है। यह उपचारित पानी शहर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के 400 किसानों को सिंचाई के लिए एमओयू साइन कर दिया जा रहा है। इसी प्रकार खुले में शौच से शहर के पिछले कुछ वर्षों में पूरी तरह से नगर निगम ने मुक्त कर यिा और शहर के 99.98 प्रतिशत शौचालय सीवर नेटवर्क से जुड़े हैं। शेष 0.02 घरों में सोक पिट सेप्टिक टैंक या ट्विन पिट की सुविधा है। यह सब प्रमुख कारण रहे, जिससे इंदौर देस का पहला वाटर प्लस शहर बन पाया। आज शहर का पिलिया खाल नाला, आजाद नगर नाला, पलासिया नाला, तुलसी नगर नाला शहर के बाकी नाले भी साफ एवं सूखे है और नदियां स्वच्छ है।

100 साल बाद उठ रही स्वच्छ पानी की लहरें :

इसका परिणाम यह निकाल की आज इंदौर शहर में कान्ह और सरस्वती नदी में बीओडी अपने 120 एमजी1 के स्तर से 05एमजी1 पर पहुच चुका है तथा सीओडी जहां 300 एमजी 1 के उपर हुआ करता था, वह अब 50 एमजी1 के नीचे पहुंच चुका है। डीसॉल्व ऑकसिजन को स्तर शुन्य से 03-04 एमजी1 के स्तर पर है, जिससे की जलिय जीवन पुर्नजीवित हो गया है। वर्तमान में 100 साल बाद फिर एक बार स्वच्छ पानी की लहरे उठ रही है, मछलियां दिख रही है, बच्चे किनारों पर खेला करते हैं। घरों के पीछे बहुत गंदे नाले जहां लोग जाना नही चाहते थे, आज वही सामुदायिक गतिविधियां आयोजित की जाती है। वहां शादियां रचाई जा रही है, बच्चे क्रिकेट खेल रहे है, लोग मॉनिंग वॉक कर रहे है, मेडिकल कैंप लग रहे है और मीटिंग हो रही है। आज नाले के किनारे रहने वाले इंदौरवासी गर्व से कह रहे है कि यह हमारा स्वच्छ नाला है जिसे हमने साफ किया है।

प्रभारी मंत्री डॉ. मिश्र ने इंदौर पहला वॉटर प्लस शहर बनने पर दी बधाई :

प्रदेश के गृह मंत्री एवं इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने इंदौर शहर को स्वच्छता के क्षेत्र में मिली उपलब्धि के लिये बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इंदौर ने स्व'छता के क्षेत्र में वॉटर प्लस सर्टिफिकेट प्राप्त कर देश में इंदौर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। इसके लिये शहर को स्व'छ रखने में योगदान देने वाले सभी नागरिक, संस्थाएं और शासकीय-अमला बधाई का पात्र है।

इन्होंने ने भी दी बधाइयां :

जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने दी बधाइयां :

जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने वॉटर प्लस सर्वे में देश में प्रथम आने पर इंदौर के सभी नागरिकों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि इंदौर के जनप्रतिनिधियों, नागरिकों, नगर निगम और सभी शासकीय-अमला इस उपलब्धि के हक़दार हैं।

वॉटर प्लस सर्वे के बाद स्वच्छता में पांचवी बार देश में अव्वल रहकर इन्दौर निश्चित तौर पर देश में अपना परचम लहराएगा।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट

पर्यटन मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर ने दी बधाइयां :

पर्यटन मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर ने स्वच्छता के क्षेत्र में वॉटर प्लस का खिताब हासिल कर देश में इंदौर के सिरमौर बनने पर सभी सहभागियों को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा है कि यह इंदौर के जज्बे का ही परिणाम है कि इंदौर ने फिर इतिहास रचा है। शहरवासियों, जनप्रतिनिधियों, विभिन्न संस्थाओं, अधिकारी-कर्मचारियों आदि के संयुक्त प्रयासों से स्वच्छ सर्वेक्षण के मापदंडों पर इंदौर खरा उतरा हैं। निश्चित ही इंदौर स्वच्छता में पांचवी बार देश में अव्वल रहेगा।

कलेक्टर मनीष सिंह ने दी बधाइयां :

इंदौर 11 अगस्त वाटर प्लस सर्वे में देश में प्रथम स्थान पाने पर कलेक्टर मनीष सिंह ने इंदौर के नागरिकों को बधाई दी है। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा है कि इंदौर के नागरिकों जनप्रतिनिधियों और नगर निगम की समस्त टीम के संयुक्त प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल हुई है। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा है कि यह गर्व का विषय है कि हम स्वच्छता के साथ साथ अब शहर की जलीय संरचना के संरक्षण में भी अव्वल नंबर पर आ गए हैं।

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