प्रदेश के हर थाने में होगी साइबर क्राइम हेल्प डेस्क
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मप्र पुलिस की पहल : प्रदेश के हर थाने में होगी साइबर क्राइम हेल्प डेस्क

भोपाल, मध्यप्रदेश : तैनात किए जाएंगे साइबर क्राइम विशेषज्ञ अफसर। स्टेट साइबर क्राइम पुलिस देगी अफसर-कर्मचारियों को प्रशिक्षण।

भोपाल, मध्यप्रदेश। मप्र पुलिस ने बढ़ते साइबर क्राइम की रोकथाम और शातिर अपराधियों की धरपकड़ के लिए ठोस कदम उठाने जा रही है। प्रदेश के प्रत्येक थाने में अलग से साइबर क्राइम हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी। इस डेस्क पर कार्य करने के लिए साइबर क्राइम विशेषज्ञ अफसरों को तैनात किया जाएगा। साइबर क्राइम हेल्प डेस्क अपराध की सूचना मिलने के तत्काल बाद ही मौजूदा उपकरणों के माध्यम से विवेचना शुरू कर देगी।

साइबर क्राइम हेल्प डेस्क पर तैनाती से पहले स्टेट साइबर क्राइम पुलिस मुख्यालय चयनित अफसरों और कर्मचारियों को सत्रों में प्रशिक्षण देगा। प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद इन अफसरों और कर्मचारियों को प्रदेश के विभिन्न थानों में पदस्थ किया जाएगा। पुलिस की इस नई पहल से प्रदेश में होने वाले साइबर क्राइम पर अंकुश लगेगा, साथ ही वारदात में शामिल अपराधियों की धरपकड़ जल्द हो जाएगी।

नए गैजेट्स से लैस होंगे हेल्प डेस्क के अफसर :

साइबर क्राइम हेल्प डेस्क के अफसर और कर्मचारियों को अपराधों की विवेचना के लिए नए तकनीकयुक्त गैजेट्स दिए जाएंगे। स्टेट साइबर क्राइम पुलिस मुख्यालय के अनुसार लगभग 20 हजार साइबर क्राइम की जांच उपयोगी नए गैजेट्स की खरीदी भी की जाएगी। साइबर हेल्प डेस्क को सभी तरह के उपकरण दिए जाएगे, जिससे अपराधों की जांच, आरोपियों की पकड़ जल्दी होगी।

साइबर क्राइम मोबाइल वेन भी होगी :

साइबर क्राइम में कार्रवाई को गति देने की मंशा से साइबर क्राइम मोबाइल वेन को संचालित करने की भी योजना है। यह मोबाइल वेन इलाके के प्रमुख थानों में मौजूद रहेगी। जैसे ही अपराध की सुूचना मिलेगी, यह वेन फरयादी द्वारा बताए गए पते पर पहुंच जाएगी। साइबर क्राइम मोबाइल वेन भी ठीक 100 डायल की तरह कार्य करेगी। इस वेन में भी गैजेट्स और अन्य उपयोगी सामग्री होगी।

साइबर फोरेंसिक लेब बनाने की योजना :

स्टेट साइबर क्राइम पुलिस मुख्यालय द्वारा जिला स्तर तक साइबर फोरेंसिक लेब बनाने की योजना है। साइबर फोरेंसिक लेब के स्थापित होने से डिवाइस सहित अन्य उपकरण, सर्वर एडरेस ट्रेस करने में समय कम लगेगा। लेब में साइबर फोरेंसिक विशेषज्ञों को पदस्थ करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी।

डिजिटल पैमेंट एप का सावधानी से करें उपयोग :

योगेश देशमुख एडीजी स्टेट सायबर पुलिस मप्र ने बताया कि वर्तमान समय में डिजिटल पैमेंट एप कस उपयोग अधिक किया जा रहा है। सुविधा के हिसाब से यह अच्छा है लेकिन डिजिटल पैमेंट एप का उपयोग सावधानी से करना चाहिए। अपने मोबाइल, कम्प्यूटर पर ही बैंक खाते को ओपन किया जाए। इसके अलावा बच्चों को ऑलाइन बैंकिंग के पासवर्ड नहीं बताएं। इस तरह की कुछ सवाधानी से साइबर ठगी से बचा जा सकता है।

इनका कहना है :

स्टेट साइबर क्राइम पुलिस मुख्यालय द्वारा प्रदेश के प्रत्येक थाने में सायबर क्राइम हेल्प डेस्क स्थापित करने की योजना है। डेस्क पर कार्य करने वाले अफसरों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साइबाइ मोबाइल वेन और साइबर फोरेंसिक लेब भी शुरु की जाएगी। इस पहल से प्रदेश में साइबर क्राइम और अपराधियों पर अंकुश लगेगा।

योगेश देशमुख, एडीजी स्टेट सायबर पुलिस, मप्र

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