ग्वालियर : विदहेल्ड छात्रों को अनुपस्थित दिखाकर जेयू घोषित करेगा रिजल्ट

ग्वालियर, मध्य प्रदेश : जीवाजी विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने लम्बे समय से विदहेल्ड पड़े रिजल्ट को अनुपस्थित दिखाकर घोषित करने का फैसला लिया है।
विदहेल्ड छात्रों को अनुपस्थित दिखाकर जेयू घोषित करेगा रिजल्ट
विदहेल्ड छात्रों को अनुपस्थित दिखाकर जेयू घोषित करेगा रिजल्टSocial Media

ग्वालियर, मध्य प्रदेश। जीवाजी विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने लम्बे समय से विदहेल्ड पड़े रिजल्ट को अनुपस्थित दिखाकर घोषित करने का फैसला लिया है। यानी जिस विषय में छात्र अनुपस्थित हैं, वह फेल हो जाएंगे। यह आदेश 2009 से 2015 के विदहेल्ड विद्यार्थियों के रिजल्ट को लेकर जारी किया गया है। यह आदेश सीएम हेल्पलाइन व टोकन की शिकायतों को कम करने के लिए जारी किया गया है।

जीवाजी विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में विद्यार्थी टोकन (शिकायती पत्र) शिकायत दर्ज कर रहे हैं। टोकन पर दर्ज शिकायत का निराकरण जेयू को आठ दिन में करना है, लेकिन जेयू प्रबंधन विद्यार्थियों की शिकायतों का निराकरण नहीं कर पा रहा है। दो से तीन साल से विद्यार्थियों की शिकायतें लंबित हैं। ऐसे में विद्यार्थी जेयू के चक्कर काट रहे हैं। जेयू की अव्यवस्थाओं से परेशान होकर विद्यार्थी सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतें दर्ज कर रहे हैं। जेयू विदहेल्ड रिजल्ट को घोषित नहीं कर पा रहा है। इससे सीएम हेल्पलाइन में शिकायतें ब? रही हैं। वे शिकायतों को फोर्सली भी बंद नहीं कर पा रहे हैं। इसे ध्यान में रखते जेयू ने नया आदेश जारी किया है। वर्ष 2009 से 2015 के बीच के विदहेल्ड विद्यार्थियों की वजह से सीएम हेल्पलाइन व टोकन पर शिकायतें बढ़ रही हैं। इनका रिकार्ड भी नहीं मिल रहा है। इसलिए इन्हें अनुपस्थित दिखाते हुए रिजल्ट घोषित किया जाएगा। जिस विषय की वजह से रिजल्ट विदहेल्ड है, उस विषय में विद्यार्थी फेल हो जाएगा। इन्हें उस विषय की दोबारा परीक्षा देनी पड़ सकती है। इस आदेश से स्नातक व स्नातकोत्तर के हजारों विद्यार्थी प्रभावित हो सकते हैं।

रिजल्ट कब होता है विदहेल्ड :

यदि विद्यार्थी के आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा, थ्योरी परीक्षा, प्रोजेक्ट व प्रायोगिक परीक्षा के अंक नहीं मिलते हैं तो रिजल्ट रोक दिया जाता है। 6 महीने में विदहेल्ड क्लीयर करने की व्यवस्था है, लेकिन जेयू में सालों से रिजल्ट विदहेल्ड हैं। यदि विद्यार्थी प्रथम व द्वितीय वर्ष में किसी भी एक विषय में विदहेल्ड हो जाता है। उसकी अंतिम वर्ष मार्कशीट व डिग्री रुक जाएगी। जेयू ने हवाला दिया है कि छह महीने में कापियों को नष्ट कर दिया जाता है, अब रिकार्ड मिलना मुश्किल है।

इसलिए बड़ी विदहेल्ड छात्रों की संख्या :

जीवाजी विश्वविद्यालय का डाटा सही नहीं है। डाटा की वजह से रिजल्ट विदहेल्ड हो रहे हैं। जिन कंपनियों ने रिजल्ट बनाने का काम किया है, वे पूरा डाटा जेयू को नहीं देती हैं। रिजल्ट बनाने का ठेका बदलने पर कंपनियां अधूरा डाटा देती हैं, जिससे विद्यार्थियों का रिजल्ट घोषित नहीं हो पाता है।

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