भोपाल : कमलनाथ ने कोरोना संकट से निपटने के बजाए आइफा को दी तवज्जो

भोपाल, मध्य प्रदेश : कमलनाथ को 15 महीने के कार्यकाल का जनता के सामने हिसाब देना चाहिए न कि हार की बौखलाहट में अनर्गल आरोप लगाकर जनता को गुमराह करना चाहिए।
कमलनाथ ने कोरोना संकट से निपटने के बजाए आइफा को दी तवज्जो
कमलनाथ ने कोरोना संकट से निपटने के बजाए आइफा को दी तवज्जोSocial Media

भोपाल, मध्य प्रदेश। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता में कहा कि विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस कमलनाथ सरकार के 15 महीने का हिसाब न देकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा नेताओं पर अनर्गल आरोप प्रत्यारोप लगाकर जनता का ध्यान मुद्दे से हटाने का प्रयास कर रही है। कमलनाथ को 15 महीने के कार्यकाल का जनता के सामने हिसाब देना चाहिए न कि हार की बौखलाहट में अनर्गल आरोप लगाकर जनता को गुमराह करना चाहिए।

शर्मा ने कहा कि जनवरी माह में केंद्र ने कोरोना को लेकर सभी प्रदेशों को एडवाइजरी जारी की थी, लेकिन मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार कोरोना से निपटने के इंतजाम करने के बजाए इंदौर में आइफा आयोजन के लिए बैठकों में व्यस्त थीं, उसे जनता से कोई लेना देना नहीं था। कमलनाथ सरकार ने कोरोना संकट को गंभीरता से नहीं लिया, उसके लिए आइफा ही सब कुछ था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक पीपीई किट तक की व्यवस्था नहीं की। कोरोना संकट में जब भाजपा की सरकार बनी तो तत्काल कार्ययोजना बनाकर कोरोना से निपटने के इंतजाम किए गए। श्री शर्मा ने कहा कि दुर्भाग्य है कि कांग्रेस उस पीपीई किट पर भी आरोप लगा रही है जिसने कोरोना योद्धाओं की जान की हिफाजत की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने कोरोना काल में गरीब, सहरिया आदिवासियों के खातों में 1-1 हजार रुपए पहुंचाने का काम किया तो कांग्रेस को यह भी घोटाला नजर आ रहा है।

कमलनाथ बताएं राजू मोंटाना और गोपाल रेड्डी से उनके क्या संबंध हैं :

शर्मा ने कहा कि 15 महीने के कार्यकाल में दिग्विजय सिंह के इशारे पर कमलनाथ सरकार चली। उन्होंने कहा कि कमलनाथ बताएं कि राजू मोंटाना और गोपाल रेड्डी से उनके क्या संबंध हैं। उन्होंने कहा कि अगस्ता वेस्टलेंड में जिस रतुल पुरी का नाम 7600 करोड़ और 780 करोड़ के घोटाले में सामने आया क्या वे उनके मामा नहीं है ? जनता कमलनाथ से पूछना चाहती है कि आपका उनसे क्या संबंध है।

जनसंपर्क घोटाले में कितनों की बंदरबाट हुई :

शर्मा ने कहा कि छिंदवाड़ा परियोजना को लेकर अग्रिम 450 करोड़ रुपए आपकी सरकार रहते किसे दिए गए ? यह जनता जानना चाहती है कि 131 करोड़ रुपए के जनसंपर्क घोटाले में पैसों की बंटरबाट किन किन लोगों को किसके इशारे पर हुई। उन्होंने कहा कि कमलनाथ बताएं कि कांग्रेस नेता दिग्विजय की पत्नी जिस मीडिया संस्थान में सहभागी बनी, उस मीडिया संस्थान को कमलनाथ सरकार द्वारा कितने पैसों की बंटरबाट की गई।

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