
भोपाल, मध्य प्रदेश। बीते दिनों जहां, मध्य प्रदेश के ही जबलपुर से बुजुर्ग को पीटने से जुड़ी पुलिस को शर्मशार कर देने वाली खबर सामने आई थी। वहीं, अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से पुलिसिंग के महत्वपूर्ण पहलू को दर्शाने वाली खबर सामने आई है। इस खबर के तहत भोपाल की व्यस्त सड़को, बाजारों तथा अन्य स्थानों पर शाम के समय पुलिस का मार्च एक अलग ही अंदाज में नजर आया। पुलिस द्वारा लगाई गई यह पैदल गश्त बेसिक पुलिसिंग का महत्वपूर्ण पहलू दिखाती है।
पुलिस का मार्च एक अलग ही अंदाज में आया नजर :
दरअसल, बीते कुछ समय से यह अनुभव किया जा रहा है कि, प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस को अधिक सक्रियता लाने की आवश्यकता है। इतना ही नहीं इस मामले पर DG कॉफ्रेंस में भी उल्लेख किया गया था। तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भी हाल ही में 12 नंबर मल्टी में कार्यक्रम के दौरान कहा गया था कि, 'शाम के समय पुलिस दृश्यता अधिक होना चाहिए।' इस बात को मद्देनजर रखते हुए शनिवार 30 जुलाई की शाम डीजीपी सक्सेना द्वारा दिए गए निर्देश पर पूरे प्रदेश में पैदल भ्रमण अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत शनिवार शाम के 6 से 8 बजे तक प्रदेश के सभी जोन के आईजी/पुलिस कमिश्नर, डीआईजी/एडिशनल सीपी, एसपी/डीसीपी, एएसपी/एडिशनल डीसीपी, एसडीओपी/ असिस्टेंट सीपी तथा लगभग एक हजार थानों के प्रभारी एवं 550 चैकियों के चैकी प्रभारी पैदल गश्त पर निकले।
पुलिस ने मार्च के दौरान किया कुछ ऐसा :
बताते चलें, पुलिस द्वारा निकाले गए इस मार्च के दौरान पुलिस के अधिकारियों ने पुलिस व्यवस्था का जायजा लिया। पुलिस जहां एक और शराबियों को पुलिस ने समझाइश दी, तो वहीं दूसरी ओर छोटे बच्चों को टॉफियां खिलाई। पुलिस ने बदमाशों के लिए अपना सख्त रवैया दिखाया वहीं, बेगुनाहों और बच्चों के लिए नम्रता दिखाई। इस दौरान ही बच्चों ने भी पुलिस के साथ मार्च करते हुए शराब के विरोध में नारे लगाए। इतना ही नहीं पुलिस का मार्च 12 नंबर मल्टी से लेकर दाना पानी तक गया। वहीं, भोपाल में डीजीपी सक्सेना ने अधिकारियों के साथ लगभग दो घण्टे तक कोतवाली थाना से पीरगेट, चौक बाजार, इतवारा चौराहा, मंगलवारा, घोड़ा नक्कास, नादरा बस स्टेण्ड, हनुमानगंज, टीलाजमालपुरा, गौतमनगर तथा शाहजहांनाबाद थाने तक पैदल भ्रमण किया। ज्ञातव्य है कि यह इलाका कानून व्यवस्था की दृष्टि से संवेदनशील है तथा सभी महत्वपूर्ण त्यौहारों पर जुलूस एवं चल समारोह यहीं से गुजरते हैं।
गौरतलब है कि, पूरे प्रदेश में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अपने अपने जिलों में भीड़ भाड़ वाले एवं संवेदनशील इलाकों में पैदल गश्त लगाई गई। पैदल मार्च निकलने के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा आमजन से जनसंवाद भी किया गया।
ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।