प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर वेट (कर) बढ़ाये जाने पर विरोध

देश में पेट्रोल-डीजल पर वेट (कर) बढ़ाये जाने के विरोध सहित अन्य मांगों को लेकर राज्य के ट्रक ऑपरेटर्स शनिवार से अनिश्चितकालिन हड़ताल पर चले गए।
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राज एक्सप्रेस। इंदौर में पेट्रोल-डीजल पर वेट (कर) बढ़ाये जाने के विरोध सहित अन्य मांगों को लेकर राज्य के ट्रक ऑपरेटर्स शनिवार से अनिश्चितकालिन हड़ताल पर चले गए। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में प्रांतीय ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव कमल पंजवानी ने बताया कि 15 लाख से अधिक ट्रक, टैंकर, डंपर चालक हड़ताल में शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि हड़ताल में इंदौर जिले के ही डेढ़ लाख ट्रकों के चक्के थम गए हैं।

श्री पंजवानी ने आरोप लगाते हुये कहा-

सड़कों की हालत खराब होने से ट्रक के टायर और अन्य पार्ट्स खराब हो रहे है। ट्रांसपोर्ट व्यवसाय भी अन्य व्यवसाय की तरह मंदी की मार से जूझ रहा है। ट्रक मालिक ट्रकों के ऋण की अदायगी नहीं कर पा रहे हैं। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने कहा राहत देने की जगह राज्य सरकार ने वेट (कर) में 5 फीसदी का इजाफा कर दिया है। नये पुराने वाहनों के आजीवन कर में भी वृद्धि कर दी गयी है, जिन्हें वापस लिया जाए, अन्यथा ट्रक के पहिए थमे रहेंगे।

बुरहानपुर प्रदेश सरकार के वैल्यू एडेड टैक्स के विरोध में ट्रांसपोर्टर भी उतर आए हैं। शुक्रवार रात से ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल की घोषणा कर दी। सुबह हुई तो सड़कों पर सरपट दौड़ने वाले ट्रक अपनी जगह पर खड़े रहे। ट्रांसपोर्ट नगर से एक भी ट्रक नहीं चला। इससे जिले से लाखों रुपए का केला, कपड़ा सहित अन्य वस्तुओं का निर्यात नहीं हुआ। बाहर से भी जरूरत की वस्तुएं शहर में नहीं पहुंच सकी। हड़ताल के पहले दिन ही करोड़ों रूपए का नुकसान हो गया। शनिवार को ट्रक ट्रांसपोर्ट नगर पर खड़े रहे। सड़कों पर इक्का-दुक्का ट्रक ही चलते नजर आए। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण हाईवे पर सन्नाटा रहा। व्यापारियों से उठने वाला माल गोडाउनों में पड़ा रहा। हड़ताल के कारण पावरलूम व्यवसायियों ने भी कपड़े का उत्पादन कम कर दिया।

व्यापारियों ने नहीं खरीदा केला,नीलामी ठप:

ट्रकों की हड़ताल के कारण व्यापारियों ने खेतों से केला नहीं कटवाया। किसान व्यापारियों के आने का इंतजार करते रहे। उधर मंडी में नीलामी ठप हो गई। सन्नाटा पसरा रहा। उल्लेखनीय है कि जिले से हर दिन सैंकड़ो ट्रक केला देश के विभिन्न राज्यों में निर्यात होता है। अभी डिमांड बढ़ गई है और उत्पादन भी कम हो गया है।

त्योहारों के समय नहीं होगा कपडे की सप्लाई:

बुरहानपुर पावरलूम हब है। एक दिन में लाखों मीटर कपड़े का उत्पादन होता है। ट्रकों की हड़ताल के कारण कपड़े का सप्लाय दूसरे राज्यों में नहीं होने से लाखों मीटर का उत्पादन ठप होगा। उल्लेखनीय है कि बुरहानपुर में तैयार होने वाले कपड़े का उपयोग रेडिमेड ड्रेस तैयार करने के लिए होता है। इसलिए बुरहानपुर के कपड़े की मांग ज्यादा है। कपड़ा व्यापारियों ने कहा ट्रकों की हड़ताल के कारण बुनकरों ने उत्पादन घटा दिया है। इससे मजदूरों को मजदूरी भी नहीं मिल रही है।

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