हे! इंद्रदेव इस बार दिवाली मनाने दोगे या नहीं?

भोपाल, मध्यप्रदेश : मानसून की विदाई को लगभग एक सप्ताह ही बीता था कि शनिवार से आसमान में बादलों ने फिर से डेरा डाल लिया।
हे इंद्रदेव इस बार दिवाली मनाने दोगे या नहीं राजधानी में एक बार फिर मानसून, बारिश
हे इंद्रदेव इस बार दिवाली मनाने दोगे या नहीं राजधानी में एक बार फिर मानसून, बारिशSocial Media

राज एक्सप्रेस। मानसून की विदाई को लगभग एक सप्ताह ही बीता है और शनिवार से आसमान में बादलों ने डेरा डाला हुआ है जिसे देखकर लोग एक बार फिर चिंतित हो गए। मौसम के ऐसे तेवर देखकर लोगों के मुंह से बरबस ही निकल रहा है कि, हे! इंद्रदेव इस बार दीपावली मनाने देंगे या नहीं? मानसून इस बार जरूरत से ज्यादा ही मेहरबान रहा और शहर ही नहीं प्रदेश समेत पूरे देश में सामान्य से कहीं अधिक हुई वर्षा परेशानी का सबब बन गई। काफी मान-मनोव्वल के बाद मानसून सामान्य से लगभग एक महीने बाद 11 अक्टूबर को राजधानी से रुखस्त हुआ और एक सप्ताह बाद ही मौसम के बदले हुए मिजाज ने लोगों को एक बार फिर से चिंता में डाल दिया है।

मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक :

मौसम वैज्ञानिक पीके साहा के मुताबिक दो दिन बाद ठंड का अहसास होगा लेकिन दो दिन में मौसम के मिजाज बदलने के आसार हैं और उसके बाद मौसम खुलेगा। दीपावली तक स्थिति सामान्य हो जाएगी।

पारा लुढ़का, विजिबिलिटि भी रही कम :

राजधानी में दिनभर बदली छाए रहने के कारण अधिकतम तापमान सीधे 5 डिग्री लुढ़क गया और पारा सामान्य से 6 डिग्री कम 25.9 डिग्री से दर्ज किया गया। हालांकि शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात का तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक 21.7 डिग्री से रहा लेकिन अब रात का तापमान भी नीचे आने का अनुमान है। शनिवार को पूरा दिन बदली होने की वजह से विजिबिलिटि 2.5 से 3 किमी रही। आमतौर पर दृश्यता 6 किमी से अधिक रहती है। मौसम में आए बदलाव का कारण वेस्ट्रन डिस्टर्बेंस के कारण अरब सागर से आ रही नमी और राजस्थान के मध्य में ऊपरी हवाओं में बने चक्रवाती घेरे की वजह से मध्यप्रदेश के मौसम में भी बदलाव आ गया है। जिससे दिन भर ही बादल छाए रहे और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई। साहा ने बताया कि अरब सागर के पूर्वी एवं मध्य क्षेत्र में कम दबाव का एक सिस्टम बन गया है जहां से प्रदेश की ओर नमी आ रही है। इसी के साथ राजस्थान में भी ऊपरी हवाओं में 1.5 किलोमीटर ऊपर चक्रवती घेरा है। इससे प्रदेश के मौसम में भी कुछ बदलाव आया है।

अरब सागर के पूर्वी एवं मध्य क्षेत्र में कम दबाव का एक सिस्टम बन गया है जहां से प्रदेश की ओर नमी आ रही है। इसी के साथ राजस्थान में भी ऊपरी हवाओं में 1.5 किलोमीटर ऊपर चक्रवती घेरा है। इससे प्रदेश के मौसम में भी कुछ बदलाव आया है।

मौसम वैज्ञानिक पीके साहा

तापमान होगा कम, घुलेगी ठंडक :

दीपावली में अब केवल एक सप्ताह ही बचा है और लोग घरों की सफाई, रंग-रोगन में लगे हुए हैं। ऐसे में धूप ना निकलने और बदली छाए रहने से लोग सोच में हैं कि, शहर में कल मौसम कैसा रहेगा, तो ऐसे में बता दें कि अभी एक दो दिन मौसम के मिजाज ऐसे ही रहने के आसार हैं इसलिए अभी एक दो दिन तो रजाई-गद्दों, बिस्तरों को बाहर निकालकर धूप दिखाने के बारे में ना ही सोचें।

साहा ने बताया कि :

अधिकतम तापमान तो कम हो ही गया है, अब सोमवार से न्यूनतम तापमान भी कम होने की संभावना है। रात का पारा 15 डिग्री के आसपास भी पहुंच सकता है जिसके बाद ठंड का अहसास होगा। साहा का कहना है कि लगातार बन रहे वेस्ट्रन डिस्टर्बेॆस के कारण लगता है कि अक्टूबर में ही नहीं नवंबर में बारिश हो सकती है।

ऐसा रहेगा मौसम :

रविवार को भी आसमान में बादल छाए, साथ ही कुछ इलाकों में हल्की-फुल्की बौछारें भी पड़ी हैं। अधिकतम तापमान 27 डिग्री और न्यूनतम 20-21 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

भोपाल में दिनभर छाये रहे बादल :

प्रदेश की राजधानी भोपाल में मौसम शनिवार की सुबह से ही बारिश और सर्दी का अहसास करा रहा था। आज रविवार को भी दिनभर रुक-रुककर हल्की बूंदाबांदी का दौर चला। शाम आते-आते बारिश का भी दौर चालू हुआ। राजधानी भोपाल में शाम तक धूप नहीं निकली।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com