जबलपुर में होगा जटिल रोगों का अत्याधुनिक इलाज
जबलपुर में होगा जटिल रोगों का अत्याधुनिक इलाज Social Media

जबलपुर में होगा जटिल रोगों का अत्याधुनिक इलाज

मरीजों को इलाज के लिए बाहर जाने की मजबूरी से मिली निजात सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में हो रहा हैं अत्याधुनिक इलाज

राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश की संस्कारधानी कहे जाने वाले जबलपुर के शासकीय मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल खुलने से जबलपुर सहित सिवनी, बालाघाट, कटनी, सागर, दमोह, छिन्दवाड़ा, शहडोल, आदि जिलों के लोगों को उच्च गुणवत्ता की आधुनिकतम चिकित्सा सुविधा मिलने लगी है। इससे जटिल रोगों के इलाज के लिये एम्स दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में लोगों का जाना कम होने लगा है। जबलपुर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ने किसी भी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा सुपर स्पेशियालिटी सुविधा दिलाने में एक लम्बी छलांग लगाई है।

प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि 220 बिस्तर की क्षमता वाले सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में आज 146 मरीज भर्ती हुए। इनमें से 45 मरीज अकेले न्यूरो सर्जरी वार्ड में भर्ती किये गये। मुख्यमंत्री कमल नाथ द्वारा आरंभ किये गये इस अस्पताल में नेफ्रोलॉजी को छोड़कर सभी विधाओं में नियमित रूप से रूटीन चेकअप और सर्जरी की जा रही है। नेफ्रोलॉजी विभाग भी कुछ ही दिनों में काम करना शुरू कर देगा। अब तक लगभग 11 हजार लोग यहाँ चिकित्सा सुविधा का लाभ उठा चुके हैं।

प्रमुख सचिव ने बताया कि यह अस्पताल चिकित्सा विभाग की अति विशिष्ट विधाओं जैसे कि न्यूरो सर्जरी, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूनेटोलॉजी, कॉर्डियोलॉजी की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधा के लिये अस्पताल में पूरे देश से विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध कराये गये हैं। अत्याधुनिक मशीनों से युक्त इस अस्पताल में 7 विश्व-स्तरीय मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, केथ लैब, बाईप्लेन डीएसए आदि हैं। यहाँ मस्तिष्क एवं रीढ़ की हड्डी के सभी ऑपरेशन, लकवा, बायपास सर्जरी, डायलिसिस, लेजर पद्धति से पथरी एवं प्रोस्टेट ग्रंथि के इलाज तथा बिना चीरे मस्तिष्क के एन्युरिजम आदि का इलाज संभव हो गया है।

बता दें कि आस पास के जिलों से आने वाले लोगों को मेडिकल ट्रीटमेंट के नाम पर प्राइवेट अस्पताल अच्छी खासी क़ामाई कर रहे हैं , डेंगू जैसी बीमारी से पीड़ित मरीज़ जब अस्पताल में भर्ती होता है तो उसकी कई जाँचे सिर्फ बिल बढ़ाने के लिए कर दी जाती हैं। अस्पताल के पास वो मशीनें भी नहीं होती, जिन जाँचो के ख़र्चों को बिल में जोड़ दिया जाता है। इसके साथ मेडिकल रिपोर्ट्स के आंकड़ों में भी बदलाव कर दिया जाता हैं। महाकौशल अस्पताल जबलपुर का किस्सा जानिए जो कि मेरी आपबीती हैं। अस्पताल के डॉक्टर कहते हैं प्लेटलेट्स कम है ब्लड चढ़ना होगा। एक ही सैंपल से 2 जाँच कराई जाती हैं एक अस्पताल के अंदर और एक बाहर और बाहर से आयी मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार ब्लड चढ़ने की कोई जरुरत नहीं थी और अस्पताल की रिपोर्ट सुनियोजित आती है की स्थिति गंभीर हैं ब्लड की बहुत जरुरत है।अस्पताल का भ्रष्ट रवैया देखकर तुरंत अस्पताल से छुट्टी ली गयी और दूसरे अस्पताल में कुछ ही दिन के इलाज के बाद तंदुरुस्त हो गये वो भी बिना ब्लड चढ़ाये। जरा सोचिए जिन डॉक्टरों को हमने भगवान का दर्ज़ा दिया वो चंद पैसो के लिए इस हद तक गिर जाते हैं कि इलाज में भी अपना व्यापार देखने लगते हैं। आज भी हमारे देश के डॉक्टर दिन रात मेहनत करके देश हित में कार्य कर रहें है पर सिर्फ कुछ लोगो के कारण समस्त डॉक्टरों की छवि ख़राब हो रही है। जनता के हित के लिए मेडिकल में हो रहे भ्रटाचार को समाप्त करने के लिए सरकार को जल्द से जल्द ठोस कदम लेने चाहिए।

ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

Related Stories

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com