राज एक्सप्रेस। राजधानी सहित प्रदेशभर में आमतौर पर सितंबर की 15 तारीख के आस-पास ही मानसून की विदाई होने लगती है, लेकिन इस साल मानसून के मिजाज कुछ बदले-बदले रहे। मानसूनी परिस्थितयों के बने रहने के कारण अक्टूबर माह में भी अब तक मानसून विड्रॉल की घोषणा नहीं की गई है। मौसम विभाग के अनुसार अब मानसून विदाई के हालात बन रहे हैं। देर से ही सही लेकिन उम्मीद है कि 12 से 15 अक्टूबर के बीच मानसून गुड बाय कह देगा।
कई ऐसे तथ्य हैं जिनके आधार पर मानसून की विदाई के संकेत मिल रहे हैं। आगामी 15 तारीख के बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट आने के आसार हैं। जिसके बाद माह के अंतिम सप्ताह तक फिजा में ठंडक घुलने के आसार हैं। बुधवार को राजधानी में बरसात दर्ज नहीं हुई। मौसम शुष्क रहने से लोगों ने धूप के साथ उमस महसूस की। अब रात के तापमान में गिरावट होने के आसार हैं।
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया-
वर्तमान में कोई मानसूनी सिस्टम नहीं है। इससे आसमान साफ होने लगा है साथ ही हवाओं की दिशा बदलने लगी है । इसके अतिरिक्त उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ भी दस्तक देने लगा है। ये मानसून की विदाई के संकेत हैं। मौजूदा स्थिति को देखते हुए 10 अक्टूबर से मानसून के राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र से विदा होने की शुरूआत संभावित है। इसके बाद 15 अक्टूबर तक मप्र से भी मानसून के विदा होने के आसार हैं।
ये हैं मानसून विदाई के संकेत
हवाओं की दिशा के बदलने से लग रहा है कि, जल्द ही मानसून गुड बाय कहने वाला है।
पूर्व में हवाओं की दिशाएं दक्षिण-पश्चिमी थी जो कि वर्तमान में उत्तर-पूर्वी और उत्तर पश्चिमी हो गई है।
एक प्रतिचक्रवात बन गया है जो मानसून विड्राल के लिए अहम कारक है।
वातावरण में नमी की मात्रा भी कम होने लगी है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि धूप निकलने से वातावरण में नमी की माात्र भी कम होने लगी है।
धूप निकलने से जहां दिन के तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है, वहीं आसमान साफ होने से अब रात के तापमान में गिरावट दर्ज होने लगेगी।
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