सरकारी भूमि पर स्थायी अतिक्रमण
सरकारी भूमि पर स्थायी अतिक्रमणराज एक्सप्रेस, संवाददाता

Nagda Junction : गांव बिरियाखेड़ी के समीप सरकारी भूमि पर स्थायी अतिक्रमण

नागदा जंक्शन, मध्यप्रदेश : स्टेट हाईवें नंबर 17 के आसपास सरकारी भूमि पर अतिक्रमणकर्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है। जिससे सड़क दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है।

नागदा जंक्शन, मध्यप्रदेश। स्टेट हाईवें नंबर 17 के आसपास सरकारी भूमि पर अतिक्रमणकर्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है। जिससे सड़क दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। गांव बिरियाखेड़ी के समीप स्टेट हाईवे 17 के किनारे सरकारी भूमि पर कुछ टापरियां बनी हुई है। अब उसमें और सरकारी जमीन घेरकर पक्के मकान बनाने का काम चल रहा है। प्रशासन व एमपीआरडीसी के अधिकारियों की अनदेखी के चलते किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

स्टेट हाईवें नंबर 17 पर सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते ग्राफ को रोकने के लिए उज्जैन नागदा जावरा मार्ग को फोरलेन करने के प्रयास स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा किए जा रहे है वहीं दूसरी और स्टेट हाईवे के आसपास रिक्त पड़ी सरकारी भूमि पर अस्थायी के बाद अब स्थायी अतिक्रमणकर्ताओं की संख्या बढऩे लगी है। ऐसा ही एक मामला गांव बिरियाखेड़ी के समीप स्टेट हाईवे 17 के पास कुछ लोग झोपड़ी बनाकर रह रहे है। कुछ ने पीएम आवास योजना का लाभ लेकर रिक्त पड़ी सरकारी भूमि पर और कब्जा कर पक्के मकान बनाने का काम प्रारंभ हो गया है। बने मकान के पीछे जमीन के भूमि स्वामियों ने इस मामले में आपत्ति दर्ज कराते हुए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की थी इस पर एमपीआरडीसी एवं टॉप वर्थ कंपनी ने नोटिस देकर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिऐ थे। इसके बाद कोई कार्यवाही प्रशासन द्वारा नही की गई। लगभग 15 दिनों से गांव बिरियाखेड़ी के मुख्य मार्ग पर पक्के मकान बनाने का काम जारी है। गौरतलब है कि स्टेट हाईवें नंबर 17 पर स्थित जूना नागदा फंटे पर 5 फीट की रजिस्ट्री पर 15 फीट तक अतिक्रमण करने वालों पर तत्कालीन तहसीलदार रमेश सिसोदिया ने विधासनभा चुनाव के दौरान मुहिम चलाई थी। नगरपालिका और राजस्व की संयुक्त टीम ने अतिक्रमणकर्ताओं के शेड व पक्के निर्माण तोड़ने की कार्यवाही की थी।

इनका कहना है :

मामला संज्ञान में आया है तहसीलदार से जांच कराई जाएगी।

पुरूषोत्तम कुमार, एसडीएम, खाचरौद

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