सुखतवा नदी का पुल टूटकर गिरा
सुखतवा नदी का पुल टूटकर गिराSocial Media

Narmadapuram: सुखतवा नदी का पुल टूटकर गिरा, ट्राले का वजन नहीं झेल पाया ब्रिज

नर्मदापुरम, मध्यप्रदेश। राज्य में बढ़ती दुर्घटनाओं के बीच एक और हादसे की खबर नर्मदापुरम से सामने आई हैं यहां सुखतवा नदी पर बना ब्रिटिश काल का पुल गिर गया है।

नर्मदापुरम, मध्यप्रदेश। जिला मुख्यालय से चंद्रपुर-इटारसी कस्बे के पास बना एक पुल रविवार दोपहर भरभरा कर टूट गया। पुल टूटने के कारण भोपाल, नागपुर मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है। जिससे नागपुर, बैतूल और इटारसी की ओर से आने वाले वाहन नर्मदापुरम होते हुए न तो भोपाल पहुंच पा रहे हैं और न ही पिपरिया सहित अन्य शहरों को जा पा रहे हैं। पुल टूटने से वाहन नर्मदापुरम होकर इटारसी, बैतूल, मुलताई और पाण्र्डुना से होते हुए नागपुर की तरफ भी नहीं जा पा रहे हैं।

ब्रिज बीच से टूटकर गिरा :

मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को ये ब्रिज बीच से टूटकर गिरा। दरअसल बैतूल की तरफ से इटारसी आ रहा 150 व्हील का ट्राला हैवी मशीन लेकर गुजर रहा था कि पुल ट्राले का वजन नहीं झेल पाया और टूट गया। हादसे के बाद इटारसी-नागपुर हाइवे पर यातायात बाधित हो गया है। इस हादसे में ट्राला चालक और क्लीनर को चोट पहुंची है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तेज आवाज के साथ जब पुल टूटकर गिरा तो आसपास हड़कंप मच गया, हादसे की खबर लगते ही जिला प्रशासन ने तत्काल पुलिस बल को मौके पर भेजा।

ब्रिटिश जमाने के पुल से गुजरा 138 चक्के का ट्राला, पुल ढहा
ब्रिटिश जमाने के पुल से गुजरा 138 चक्के का ट्राला, पुल ढहाPrafulla Tiwari

बताया गया कि 6 मार्च को ये ट्राला हैदराबाद से इटारसी के लिए निकला था। लेकिन खराब होने के कारण यह 4 दिन तक ट्राला बैतूल में सातमऊ स्टाप के पास हाईवे किनारे खड़ा रहा। इसे सुधारने के लिए इंजीनियर बुलाए गए थे। जिसके बाद रविवार को ट्राला बैतूल से इटारसी जाने के लिए फिर रवाना हुआ। सुखतवा नदी पर ये ट्रॉला नदी में गिर गया।

नर्मदापुरम कलेक्टर ने किया ट्वीट-

इस मामले में नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया- बैतूल भोपाल नेशनल हाईवे पर केसला ब्लॉक स्थित सुखतवा नदी पुल टूट जाने के कारण आवगमन पर रोक लगाई गई है। बैतूल से भोपाल की यात्रा करने वाले व भोपाल, होशंगाबाद इटारसी से बेतूल नागपुर की यात्रा करने वाले यात्री, यात्रा ना करें।

सुखतवा नदी का पुल टूटने के कारण भोपाल-नागपुर हाईवे पूरी तरह बंद हो गया है और पुल के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई है। सैकड़ों की संख्या में ट्रक सहित कार, जीप जैसे चार पहिया वाहनों के साथ दोपहिया वाहनों की दोनों तरफ कतार लग हुई है। हादसे की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुल बीच में से पूरी तरह टूट गया है, जिसकी मरम्मत की अब कोई संभावना नहीं है और यहां पर अब दूसरा नया पुल ही बनेगा, तभी यातायात चालू हो सकेगा। जाम को देखते हुए जिला प्रशासन ने होशंगाबाद और इटारसी से ट्रैफिक डाइवर्ट करना शुरू कर दिया है। नागपुर, बेतूल से भोपाल और भोपाल से होते बेतूल नागपुर जाने वाले वाहन चालकों को वैकल्पिक रास्ते बताए जा रहे हैं। बता दें कि आज रामनवमी का त्यौहार था, जिससे बड़ी संख्या में लोग नर्मदा स्नान करने के लिए नर्मदापुरम आए हुए थे, कुछ लोग स्नान और पूजा के बाद नागपुर रोड स्थित अपने घरों के लिए रवाना हुए थे कि पुल टूटने से बीच में ही फंसे रह गए। यही हालत उस तरफ से आने वालों की रही। कुल मिलाकर भारी संख्या में लोगों को प्रचंड गर्मी में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। जानकारी मिलते ही लोगों ने अपने वाहन वापस मोडऩा शुरू किए, लेकिन जाम इतना लंबा था की दोनों तरफ फंसे वाहनों को वापस मोडऩे में पुलिस प्रशासन को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।

भोपाल से नागपुर तक अलर्ट जारी :

नर्मदापुरम जिला प्रशासन ने पुल के टूट जाने के बाद भोपाल से लेकर नागपुर तक के सभी स्थानीय प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। इस मार्ग में होने वाले सभी पुलिस थाने चौकियों और चेक पॉइंट पर इसकी सूचना दे दी गई है, ताकि वाहन चालकों को पुल टूटने की जानकारी तुरंत मिल सके और वे अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्ग का चयन कर सके।

ज्यादा वजन के चलते टूटा पुल :

पुलिस एवं स्थानीय नागरिकों की माने तो उक्त पुल से वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से जारी थी। तभी एक भारी-भरकम मशीन को लेकर एक बड़ा ट्राला पुल से गुजर रहा था। ट्राले में ज्यादा वजन के चलते पुल अचानक देखते ही देखते पूरी तरह टूट गया। बताया जाता है कि ट्राले में 138 चक्के हैं, इसमें कोई भारी मशीन रखी हुई जिसे हैदराबाद से इटारसी पावर ग्रिड पहुंचाया जा रहा था। जैसे ही भारी भरकम ट्राला मशीन लेकर पुल से गुजरा तो करीब डेढ़ सौ साल पुराना पुल ट्राले का वजन सह नहीं पाया और भरा-भरा कर टूट गया। पुल टूटने के कारण मशीन सहित ट्राला नीचे नदी में जा गिरा।

अंग्रेजों के जमाने का था पुल :

प्रशासनिक सूत्रों और स्थानीय लोगों के मुताबिक यह पुल अंग्रेजों के जमाने का था और इसका निर्माण ब्रिटिश शासन काल में हुआ था। बताया जाता है कि पुल की हालत काफी दिन से खराब थी, लेकिन नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों और स्थानीय जिला प्रशासन ने अभी भी इस पुल की मजबूती की जांच नहीं की और यही कारण है कि आज एक बड़े ट्राले के हेवी मशीन लेकर गुजरते वक्त भार सहन नहीं कर पाने के कारण पुल टूट गया।

तेज गर्मी में चालक परेशान :

पुल के टूटते ही दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। भोपाल-नागपुर हाईवे अत्यंत व्यस्त हाईवे है और इससे रोजाना छोटे और बड़े 5000 से अधिक वाहन निकलते थे। पुल टूटने से दोनों ओर जाम लग गया। वाहन चालक गर्मी में परेशान हो गए। ग्रामीणों ने वाहन चालकों के लिए पानी आदि का इंतजाम किया। लेकिन इस प्रचंड गर्मी में ग्रामीण जन जाम में फंसे वाहन चालकों को बहुत ज्यादा राहत नहीं दे सके।

ट्राले में सवार लोगों का पता नहीं :

हैदराबाद से भारी-भरकम मशीन लेकर आ रहे 138 चक्के के ट्राले में चालक और क्लीनर सहित आधा दर्जन लोगों के सवार होने की खबर है। लेकिन हादसे के बाद उनकी कोई सूचना नहीं मिली है। ट्राला पुल टूटते ही नीचे नदी में गिर गया और इस हादसे में इसमें सवार लोगों के ट्राले के नीचे दबे होने की आशंका जाहिर की जा रही है।

बैतूल भोपाल जाने वाले यात्री ध्यान दें :

बैतूल भोपाल नेशनल हाईवे पर सुखतबा नदी का पुल टूटने से बैतूल से भोपाल की यात्रा करने वाले व भोपाल, होशंगाबाद इटारसी से बैतूल नागपुर की यात्रा करने वाले यात्री आवश्यक ना हो तो यात्रा ना करें।

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