सिंगरौली, मध्य प्रदेश। सिंगरौली NCL निगाही परियोजना के खदान क्षेत्र ईष्ट एरिया डंफर पार्किंग में बीती रात डीजल चोरी करने के नीयत से कुछ डीजल चोर घुसे, जिसकी सूचना एनसीएल सुरक्षा विभाग के द्वारा नवानगर थाना के निरीक्षक यूपी सिंह को दी गई। जानकारी में बताया गया कि खदान क्षेत्र में कुछ डीजल चोर घुस आए हैं जो पार्किंग एरिया में खड़े डंपरों से डीजल निकाल रहे हैं। प्राप्त सूचना के आधार पर नवानगर टीआई यूपी सिंह ने तत्काल पुलिस की एक टीम को भेजकर खदान में घेराबंदी कराते हुए डीजल चोरों को धर दबोचा।
बता दें कि, ईष्ट डम्पर सेक्सन के पार्किंग एरिया में खड़े डंपर से कुछ चोरों द्वारा डीजल निकाल कर एक निश्चित जगह पर इकट्ठा किया जा रहा था। जहां पास में खड़ी स्कार्पियों में चोरी की गई डीजल को रखने के फिराक में थे। कि इतने में नवानगर पुलिस ने मौके पर पहुँच घेराबंदी करते हुए विभिन्न जगहों से चार डीजल चोरो को पकड़ने में सफलता हासिल की।
बताते चलें कि, उनके पास से 25 लीटर डीजल व एक स्कार्पियो गाड़ी जिसका नम्बर MP66T-2837, वहीं पास में ही खड़ी एक बाइक क्रमांक UP64K 0726 के डिग्गी में रखा 6 लीटर डीजल जप्त करते हुए फरियादी नारदमुनि चौबे सुरक्षा अधिकारी निगाही के रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला पंजीबद्ध किया। जिसमें आरोपी रोहित कुशवाहा, राजकुमार साहू ,रवि कुशवाहा,राजू कुशवाहा को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध भादवि की धारा 379 आईपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए उनके पास से 25 लीटर डीजल जिसकी कीमत तीन हजार आंकी गई है, को जप्त कर आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
निजी सुरक्षा एजेंसी के तैनाती के बाद खदान क्षेत्र में कैसे घुसे चोर ?
अब यहाँ सवाल यह उठता है कि खदान क्षेत्र में सुरक्षा के मद्देनजर लगाये गए निजी सुरक्षा एजेंसी क्या कर रही थी। उसके होते हुये डीजल चोर खदान में गाड़ी लेकर कैसे घुसा और फिर इतने आराम से डंपर पार्किंग से डीजल निकाला जा रहा था उस वक्त सुरक्षा में तैनात निजी सुरक्षा एजेंसी के सुरक्षा कर्मी कहा थे। इसका विरोध क्यों नहीं किया, यह एक विचारणीय प्रश्न है। हालांकि समय रहते पुलिस को खबर लग गई और डीजल चोर पकड़े गये वर्ना रात भर में हजारों लीटर डीजल से हाथ साफ़ कर देते। सूत्रों की माने तो निजी सुरक्षा एजेंसी के मिलीभगत होने के चलते ही खदान से रोजाना डीजल व कबाड़ की चोरी हो रही है।
बताते हैं कि जो लोग पहले सुरक्षा एजेंसी के संचालन में लगे थे वही लोग पुनः एजेंसी का नाम बदलकर परियोजनाओ में काम कर रहे हैं और वह उक्त के संबंध में एक अच्छी खासी जानकारी रखते है। इसमें इनकी एक हिस्सेदारी फिक्स होती हैं!
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।