लापरवाही: नर्स ने मृत बताकर बच्चा परिजन को सौंपा, दफनाते समय हिले हाथ-पैर
गंजबासौदा, विदिशा। मध्यप्रदेश जहां कोरोना का प्रकोप जहां थमने का नाम नहीं ले रहा है वहीं दूसरी तरफ तेजी से अप्रत्याशित घटनाएं सामने आती ही जा रही हैं। इस बीच ही एक लापरवाही की खबर सामने आईं है, बता दें कि विदिशा जिले के गंजबासौदा शासकीय जन चिकित्सालय में बड़ी लापरवाही उजागर! चिकित्सालय में नर्स ने बच्चे को मृत बताकर परिजन को सौंप दिया, लेकिन वह बच्चा जिंदा था।
क्या है पूरा मामला :
मिली जानकारी के मुताबिक लापरवाही का मामला मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा शासकीय जन चिकित्सालय से सामने आया है। गंजबासौदा शासकीय जन चिकित्सालय में प्रसव के बाद नर्स ने बच्चे को मृत बताकर परिजन को सौंप दिया, लेकिन जब बच्चे को दफनाने गए तो उसके हाथ-पैर हिलते दिखाई दिए, तुरंत बच्चे को अस्पताल लेकर पहुंचे, जांच के बाद पता चला बच्चा जीवित मिला।
नर्स ने की बड़ी लापरवाही :
बता दें कि इस घटना के बाद परिजनों ने किया जमकर हंगामा, इस मामले में विदिशा जिले के गंजबासौदा शासकीय अस्पताल प्रबंधन ने नर्स के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजा, आपको बताते चलें कि बुधवार की सुबह संगीता को प्रसव के लिए भर्ती किया था, प्रसव के दौरान उसने जिस बच्चे को जन्म दिया उसे नर्स रानी कुशवाहा ने मृत बताकर बच्चा परिजनों को सौंप दिया था।
नर्स रानी कुशवाहा ने प्रसव के बाद बच्चे को किसी डॉक्टर को नहीं दिखाया, उसने स्वयं ही निर्णय लिया, जबकि नियमानुसार उसे ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर को दिखाना था।
बीएमओ डॉक्टर ने बताया-
बताते चलें कि इससे पहले भी मध्यप्रदेश के विदिशा जिला अस्पताल में लापरवाही के चलते 15 दिन के एक नवजात बच्चे का हाथ काला पड़ गया था। इस मामले में परिजनों का आरोप था कि- डाॅक्टरों ने बच्चे को गलत इंजेक्शन दिया था, इस वजह से नवजात बच्चे का हाथ काला पड़ गया था।
आपको बता दें कि कोरोना संकटकाल के बीच चिंताजनक बात यह है कि, अस्पताल में ऐसे लापरवाही हो रही है, जहां बच्चों की देखभाल के लिए हमेशा चौकन्ना रहना पड़ता है वहीं मासूम को लापरवाही झेलना पड़ रही है।
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