अनूपपुर, मध्यप्रदेश। कलयुग का कलंक कहे जाने वाले माता-पिता ने एक बार फिर मानव जाति को शर्मसार कर दिया है, पर इस दुनिया में ऐसे लोग भी मिल जाते हैं जो विपरीत परिस्थिति में भी साथ नहीं छोड़ते हैं। मामला देवहरा चौकी अंतर्गत ग्राम पटना कला का है, जहां गुरूवार को झाड़ियों में नवजात शिशु को ग्रामीणों ने देखा, जिसके बाद पूरे गांव में यह बात आग की तरह फैल गई।
बाड़ी में दिखा नवजात :
ग्राम पटना के स्वर्गीय रामपाल सिन्हा का परिवार शहडोल व भोपाल में रहते हैं, गांव में उनका मकान व बाड़ी रिक्त पड़ा हुआ है। गुरूवार को जीवित अवस्था में नवजात को बाड़ी में पड़ोस के साहू परिवार ने जब देखा तो इसकी सूचना सभी को दी, जहां सरपंच, उपसरपंच के अलावा दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे और नवजात को चिकित्सालय भेजने के लिए फोन का ही नंबर दबाते रहे।
संजय ने पहुंचाया अस्पताल :
नवजात शिशु तक जब तक पुलिस व एम्बूलेंस पहुंच पाती उससे पहले ग्राम के ही इंसानियत को बचाने वाले संजय सिंह ने अपनी ही गाड़ी में नवजात शिशु को रख कर जिला चिकित्सालय पहुंचा कर भर्ती करा दिया, जहां नवजात का इलाज किया जा रहा है। नवजात को आईसीयू में रख कर डाक्टरों द्वारा देखभाल की जा रही है। संजय सिंह के साथ ग्राम के ही जमरे बैगा, बाबू सिंह व पाल भी चिकित्सालय पहुंचे थे।
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