राज एक्सप्रेस। डेढ़ वर्ष पूर्व नागदा के सनसनी खेज नितेश हत्याकांड ने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी थी। डेढ़ वर्ष बाद जब इसका पर्दा शनिवार को उज्जैन पुलिस ने किया तो चौंकाने वाली तमाम जानकारियां सामने आईं। पहले जो पुलिस की जांच चल रही थी उसमें कई बार इन्हीं आरोपियों से पूछताछ हुई थी जो अभी हत्या के मामले में गिरफ्तार हुए हैं उस वक्त उन्हें छोड़ दिया गया था।
अब पता चला है कि दो आरोपियों ने नितेश से 3 सिगरेट और दूध मंगाया गया था। जब नितेश आस्था क्लिनिक पर दूध और सिगरेट लेकर आ रहा था तब लाइट और कैमरे आरोपियों ने बंद कर दिए थे और जब वह ऊपरी मंजिल पर आ गया तो कैमरे लाइट चालू कर दिए। मौजूदा टीआई श्याम चंद्र शर्मा और उनके सहयोगी पुलिसकर्मियों को सीसीटीवी फुटेज में यही एक बात बार-बार यह संकेत दे रही थी, कि कहीं ना कहीं हत्या की कड़ी यहीं से खुलेगी पुलिस ने दोबारा आस्था क्लिनिक पर काम करने वाले जगदीश और राजेश को हिरासत में लिया तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।
उज्जैन एसपी सचिन अतुलकर ने नागदा पुलिस अफसरों के साथ शनिवार को खुलासा करते हुए बताया कि, आस्था क्लिनिक के कर्मचारी राजेश गहलोत और उसके साथी जगदीश बैरागी ने गला घोटकर नितेश की हत्या कर डाली और लाश को बोरे में बंद कर दिया और मृतक की हैंड फ्री से ही बोरी को बंद कर लाश को उन्हेल बाईपास पर रेलवे पुल के पास फेंक दिया। मृतक नितेश की मौसेरी बहन रतलाम निवासी युवती से आरोपी राजेश गहलोत ने फेसबुक पर दोस्ती कर ली थी और उससे लगातार बात करता था यह बात नितेश को पता चल गई थी और वह राजेश को उसकी मौसेरी बहन से दूर रहने की बात कहता था। इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ था राजेश को लगा कि उसके विवाह में नितेश बाधा बन रहा है इसी वजह से उसने जगदीश बैरागी के साथ मिलकर नितेश की हत्या आस्था क्लिनिक पर बुलाकर कर डाली।
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