Gwalior : टीकाकरण के लिए प्रसूताओं को होना पड़ा परेशान, नहीं थे इंतजाम

ग्वालियर, मध्यप्रदेश : सरकार के निर्देश पर शुक्रवार से गर्भवती महिलाओं को कोरोना वैक्सीन लगना शुरू हो गई है। लेकिन पहले दिन ही जयारोग्य अस्पताल में अव्यवस्थाएं देखने को मिलीं।
वेक्सिनेशन करवाती महिला
वेक्सिनेशन करवाती महिलाRaj Express

हाइलाइट्स :

  • जेएएच में टीकाकरण का बदला स्थान, बैठने की नहीं थी व्यवस्था

  • 28 हजार गर्भवती महिलाओं को कोरोना कवच देने का अभियान शुरू

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। सरकार के निर्देश पर शुक्रवार से गर्भवती महिलाओं को कोरोना वैक्सीन लगना शुरू हो गई है। लेकिन पहले दिन ही जयारोग्य अस्पताल में अव्यवस्थाएं देखने को मिली। खास बात यह है कि गर्भवती महिलाओं का यह वैक्सीनेशन पूर्व निर्धारित केंद्र पर न होकर महिला एवं प्रसूति रोग विभाग के ओपीडी यानी माधव डिस्पेंसरी में शुरू किया गया है। अधिकांश गर्भवती महिलाएं पहले वैक्सीनेशन सेंटर पहुंच गई थीं लेकिन वहां उन्हें बताया गया कि गर्भवती महिलाओं को माधव डिस्पेंसरी में टीका लगाया जाएगा। तब महिलाओं की भीड़ माधव डिस्पेंसरी पहुंच गई लेकिन यहां महिलाओं के लिए बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी। न ही वैक्सीन लगने के बाद उन्हें ऑब्जर्वेशन रूम में बैठाने का कोई इंतजाम किया गया था।

इन दिनों ओपीडी में वैसे भी मरीजों की भीड़ हो रही है। उन्हीं के बीच गर्भवती महिलाओं को भी टीकाकरण के लिए अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। यहां कोविड-19 गाइड लाइन का भी पालन नहीं किया जा रहा था। महिलाएं एक-दूसरे से बिल्कुल सट कर खड़ी हुई थी। माधव डिस्पेंसरी के स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग में शुक्रवार और मंगलवार का दिन गर्भवती महिलाओं के वैक्सीनेशन के लिए निर्धारित किया गया है। पहले दिन अपेक्षाकृत कम संख्या में ही गर्भवती महिलाएं पहुंची। लेकिन जो पहुंची भी, वह वैक्सीनेशन सेंटर को लेकर परेशान होती रहीं। वहीं जिला अस्पताल मुरार में टीकाकरण कार्य का शुभारंभ जिला पंचायत सीईओ किशोर कन्याल ने किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मनीष शर्मा भी उपस्थित थे।

ओपीडी में खड़ी महिलाएं
ओपीडी में खड़ी महिलाएंRaj Express

एक्सपर्ट की नजर से : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण आवश्यक

गर्भवस्था में अगर कोरोना संक्रमण हुआ तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि गर्भवती महिलाएं कोरोना संक्रमण से बचाव का टीका जरूर लगवाए। गर्भवती महिलाओं में टीके की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की कोई भ्रांती न रखें। कोरोना से बचाव की वैक्सीन पूरी तरह से गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित हैं। 9 माह की गर्भवस्था में कभी भी टीका लिया जा सकता है। इसलिए जितना जल्दी हो गर्भवती महिलाएं यह टीका लगवाएं। इससे मां और उनके गर्भ में पल रहा बच्चा इस वायरस से सुरक्षित रहेंगे।
डॉ.अचला सहाय शर्मा, सचिव ऑब्सट्रिक्स एवं गायनोलॉजिकल सोसायटी, ग्वालियर

इनका कहना है :

जिले में आज से गर्भवती महिलाओं को कोरोना से बचाव का टीका लगाए जाने का अभियान शुरू किया गया है। करीब 28 हजार गर्भवती महिलाओं को टीका लगाया जाएगा। टीकाकरण दिवस मतलब मंगलवार और शुक्रवार के दिन गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए जाएगें। गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच कर अन्य नियमित टीके भी लगाए जा रहें है।
डॉ.मनीष शर्मा, सीएमएचओ

शुक्रवार को गर्भवती महिलाओं के वैक्सीनेशन का पहला दिन था, इसलिए कुछ अवस्थाएं हो सकती हैं। लेकिन भविष्य में इसमें सुधार किया जाएगा। हम इस बात का पूरा ख्याल रखेंगे की प्रसूताओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

डॉ.देवेन्द्र कुशवाह, जनसम्पर्क अधिकारी, जेएएच

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com