दीपक मरावी की मौत पर मचा बवाल, अब भोपाल में कोवैक्सिन ट्रायल पर सियासत शुरू

भोपाल, मध्यप्रदेश : भोपाल में वालंटियर की मौत को लेकर हड़कंप मच गया है, इस बीच अब प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोवैक्सिन ट्रायल पर सियासत शुरू हो गई है।
दीपक मरावी की मौत पर मचा बवाल
दीपक मरावी की मौत पर मचा बवालPriyanka Yadav-RE

भोपाल, मध्यप्रदेश। एक तरफ जहां मध्य प्रदेश में कोविड-19 की वैक्सीनेशन की तैयारियों को परखने के लिए राज्य में ड्राय रन की शुरुआत 2 जनवरी से हो गई है वहीं दूसरी तरफ इस बीच प्रदेश की राजधानी से एक बड़ी खबर सामने आई है, मिली जानकारी के मुताबिक भोपाल के पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में कोवैक्सीन (Covaxin) का ट्रायल डोज लगाने के बाद वालंटियर दीपक मरावी के मौत को लेकर हड़कंप मच गया है।

जानिए पूरी खबर :

बताते चलें कि प्रदेश की राजधानी भोपाल के पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में 12 दिसंबर को कोवैक्सीन का ट्रायल टीका लगवाने वाले वालंटियर दीपक मरावी की 21 दिसंबर को मौत हो गई थी, इस मामले में पुलिस ने 22 दिसंबर को वालंटियर दीपक मरावी शव का पोस्टमार्टम कराया, इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट में शव में जहर मिलने की पुष्टि हुई है, इस मामले को लेकर अब भोपाल में कोवैक्सिन ट्रायल पर सियासत शुरू हो गई है।

दिग्विजय सिंह मृतक दीपक मरावी के परिजनों से मिलने पहुंचे :

भोपाल के टीलाजमालपुरा निवासी दीपक मरावी पर किये गए परीक्षण के उपरांत मौत होने की खबर मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह मृतक दीपक मरावी के परिजनों से मिलने पहुंचे। दिग्विजय सिंह ने मृतक की पत्नि व तीनों बच्चों से बात की। गरीब बस्तियों में सबसे अधिक लोगों पर ट्रायल किए जाने की खबर का समर्थन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अब शिवराज सरकार को घेरना शुरू कर दिया है, दिग्विजय ने उनके घर पहुंचकर परिजनों से बातचीत कर यह सवाल उठाए हैं, कि इसकी जांच होनी चाहिए कि कोरोना वालंटियर गरीब बस्तियों से ही क्यों है?

मृतक की पत्नि ने पूर्व मुख्यमंत्री को बताया :

मरावी की पत्नी ने बताया कि उनके पति को कोई भी बीमारी नही थी, टीका लगने से ही उनकी मौत हुई है और उनकी मृत्यु के बाद शासन प्रशासन ने आज तक सुध नहीं ली। दिग्विजय सिंह ने मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि वे उनके परिवार की मदद करेंगे और स्व दीपक मरावी के छोटे बेटे पवन के दिल मे छेद है जिसका वे व्यक्तिगत रूप से इलाज करवाएंगे।

इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री का कहना

वहीं इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि एक मंत्री होने से पहले मैं एक डॉक्टर हूँ, डॉक्टर होने के नाते मैं यह बात कह सकता हूँ कि कोविड वैक्सीन के कारण मरावी की नहीं हुई मौत, क्योंकि वैक्सीन का प्रतिकूल प्रभाव होता तो वह 24 से 48 घण्टे के बीच अपना असर दिखाता, वहीं आगे कहा कि खैर मौत जैसे भी हुई हो हर मौत दुखदायी होती है, चिकित्सा शिक्षा विभाग इस मामले में जांच करेगा।

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