फ्लोर टेस्ट मामले में बवाल की संभावना, अब क्या होगा सियासी जंग में

मध्यप्रदेश में सियासी तिकड़म बाजी तेजी से सुर्खियों में,‘फ्लोर टेस्ट’ के मामले को लेकर जबर्दस्त हंगामे की भी संभावना है।
पूर्व सीएम शिवराज
पूर्व सीएम शिवराजSocial Media

राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश में सियासी तिकड़म बाजी तेजी से सुर्खियों में बनी हुई है। तमाम सियासी खींचतान के बाद मामला अब फ्लोर टेस्ट पर आकर रूक गया है। MP में अभूतपूर्व सियासी संकट के बीच विधानसभा का बजट सत्र आज सुबह ग्यारह बजे राज्यपाल के अभिभाषण के साथ प्रारंभ होगा, लेकिन ‘फ्लोर टेस्ट’ के मामले को लेकर जबर्दस्त हंगामे की भी संभावना है। विधानसभा की कार्यसूची में राज्यपाल के निर्देश के बावजूद फ्लोर टेस्ट का जिक्र नहीं होने पर कल देर रात राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को राजभवन बुलाया। दोनों के बीच चर्चा हुयी।

राज्यपाल मिलना चाहते थे, इसलिए वे उनसे मिले। फ्लोर टेस्ट (बहुमत परीक्षण) के बारे में अध्यक्ष तय करेंगे।

मुलाकात के बाद कमलनाथ ने मीडिया से कहा

कमलनाथ ने कहा कि जो काम स्पीकर का है, वह वो करेंगे। जो काम मेरा है, वह मैं करुंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि, उन्होंने राज्यपाल को पहले ही लिखकर दे दिया है कि वे फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं, लेकिन जो विधायक ‘बंधक’ हैं, वो स्वतंत्र हों। उनका दावा है कि सरकार पूरी तरह मजबूत है। दूसरी ओर कल देर रात भाजपा के विधायक दिल्ली क्षेत्र से वापस भोपाल लौट आए। उन्हें यहां एक होटल में रुकवाया गया है और वे आज सदन की कार्यवाही में हिस्सा भी लेंगे।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने रात्रि में मीडिया से कहा-

फ्लोर टेस्ट को लेकर फैसला विधानसभा अध्यक्ष नहीं करेंगे। सदन का बिजनेस (कार्य) क्या होगा, यह सरकार तय करती है। इन्हें इतना मासूम नहीं बनना चाहिए। सरकार चाहे तो विश्वास मत ला सकती है और उसे लाना चाहिए। चौहान ने इस बात से भी इंकार किया कि विधायक बंधक हैं। विधायक केंद्रीय सुरक्षा बल मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री को केंद्रीय सुरक्षा बल की अनुमति देना चाहिए। सरकार अल्पमत में और वह बहुमत परीक्षण में पराजित हो जाएगी। इसलिए वह फ्लोर टेस्ट से बचना चाह रही है। यह संवैधानिक नहीं है।

सरकार अल्पमत में और वह बहुमत परीक्षण में पराजित हो जाएगी। इसलिए वह फ्लोर टेस्ट से बचना चाह रही है। यह संवैधानिक नहीं है।

चौहान ने कहा

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आरोप

मध्यप्रदेश में सियासी उठापटक के बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आरोप है कि कमलनाथ सरकार अल्पमत में है फ्लोर टेस्ट से भाग रही है। हम कल फ्लोर टेस्ट कराने के लिए आग्रह करेंगे।

आपको बताते चलें कि CM की राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से चर्चा कर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- "सरकार ने अपना बहुमत खो दिया है। यही कारण है कि वह फ्लोर टेस्ट से दूर भाग रहे हैं।" हम सरकार से कल अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए कहेंगे।

हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं। फिर वह ऐसा क्यों नही कह रहे कि- हमारी एकमात्र मांग फ्लोर टेस्ट है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा-

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