सिंगरौली, मध्यप्रदेश। एक नया दिन और फिर नया हादसा जिसमें आज फिर एक मां की कोख उजड़ गई। सिंगरौली जयंत मार्ग पर 12 घंटे के भीतर यह दूसरा सड़क हादसा है, जिसमें 25 वर्षीय युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी। लगातार हो रहे इन हादसों से प्रशासन कोई सबक लेता नहीं दिख रहा। यही कारण है कि अगले ही दिन सब भूलकर इस मार्ग पर तेज रफ्तार कोल वाहनों की आवाजाही पूर्व की तरह जारी रही। लगातार हो रहे इन सड़क हादसों से लोगों को अब इस रोड पर निकलने में भी डर लगता है। जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली इस सड़क पर लोग जान जोखिम में डालकर चलने को मजबूर हैं। जिसका इल्म न जिला प्रशासन को है और न एनसीएल प्रबंधन को। हर वर्ष टारगेट बढ़ाकर कोयले का उत्पादन में नई ख्याति जोड़ने में लगा एनसीएल प्रबंधन कागजों पर ही पर्यावरण के प्रति जागरूकता और समाज के प्रति अपनी सहभागिता जाहिर करने में लगा है। क्योंकि यहां धरातल पर परिस्थिति कुछ और ही दिखाई देती है। सिंगरौली जयंत मार्ग पर कोयले का उड़ता गुब्बारे साफ दर्शाता है कि हरित क्रांति से दूर एनसीएल प्रबंधन केवल कोयले की उत्खनन और प्रेषण में जोर दे रहा है। खानापूर्ति की हद तो देखिए कोयले के गुबार को दबाने के लिए सड़कों पर पड़ी कोयले की परत को हटाना भी कभी मुनासिब नहीं समझा जाता। प्रतिदिन लगातार उसके ऊपर ही पानी का छिड़काव कर दिया जाता है, जिस कारण दुपहिया वाहन यहां फिसलते रहते हैं।
रविवार सुबह सौम्या माइनिंग के समीप सड़क दुर्घटना में झिगुरदा निवासी शिव कुमार सिंह पिता स्वर्गीय शिव बंधन सिंह उम्र 25 वर्ष को अपनी जान गंवानी पड़ी। बताया जाता है कि मृतक शिवकुमार अपनी बेटी को लेकर किसी कार्य वश जयंत जा रहा था कि तभी जयंत की तरफ ही जा रहे कोल वाहन क्रमांक UP 64 AT 0684 की चपेट में आ गया। गंभीर अवस्था में घायल शिवकुमार ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। इस हादसे के बाद सड़क के दोनों तरफ वाहनों का लंबा जाम लग गया। वही सूचना मिलने पर एसडीओपी राजीव पाठक व मोरवा निरीक्षक मनीष त्रिपाठी सदल बल पहुंच गए। इस वक्त इस रोड में सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। जिससे लोगों में खासा आक्रोश है। इस हादसे के बाद सभी दल के नेता समेत भारी मात्रा में क्षेत्रीय लोगों ने घटनास्थल पर पहुंचकर एनसीएल प्रबंधन के विरुद्ध कड़ा विरोध जाता रहे हैं। आलम यह है कि शव को सड़क पर रखकर ही एनसीएल प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी जारी है। वही हालात बिगड़ते देख एसडीएम सिंगरौली ऋषि पवार समेत नवानगर टीआई रावेन्द्र द्विवेदी भी भारी बल के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। घटना के बाद से ही इस मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह ठप है और करीब 17 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। लोग का आरोप है कि एनसीएल सीएमडी समेत जयंत जीएम के भ्रस्टाचार और निर्णय ना लेने की छमता के कारण इस मार्ग पर लगातार दुर्घटना हो रही है। आक्रोशित जनता किसी तरह रोड बनवाने के लिए अपने मौलिक अधिकार की मांग कर रही है। रोड नहीं तो कोयला नहीं के नारे लगाते लोगों की मांग है कि एनसीएल के अध्यक्षता प्रबंधक निदेशक प्रभात कुमार सिन्हा घटनास्थल पर पहुँचकर वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था करें।
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