राज एक्सप्रेस। कुछ महीने पहले मध्य प्रदेश से सामने आया हनी ट्रैप मामला एक बार फिर प्रकाश में आया है। इस मामले में इंदौर पुलिस के एक बयान चालान से कई जानकारी सामने आई जिसने सबको चौंका कर रख दिया। पुलिस ने खुलासे के बाद आरोपी श्वेता विजय जैन और आरती दयाल के द्वारा फैलाये जाल में फंसी महिलाओं के बयान लिए थे। जब उन महिलाओं में प्रीति सिंह और शिखा तिवारी का बयान चालान सामने आया तब इस बात का पता चला।
प्रीति सिंह का बयान चालान :
प्रीति ने अपने बयान में बताया कि 'मेरी श्वेता विजय जैन से तीन-चार साल से जान-पहचान है और हमे शिखा तिवारी नाम की एक महिला ने मिलवाया था। वह अक्सर मुझे भावुक होकर कहती थी कि, इस तरह मैं कब तक पति और ससुर की कमाई पर निर्भर रहूंगी? स्वावलंबी बनो। मेरे पास बहुत से काम हैं, यदि तुम चाहो तो, उस काम को करके बहुत पैसा कमा सकती हो। श्वेता उनसे कहती थी कि, मेरे कई IAS अफसराें से संबंध हैं और उनके अब तुम उनके पास जाओ और उनके वीडियाे बनाओ।
ब्रेनवाॅश करने में श्वेता एक्सपर्ट :
प्रीति सिंह ने बताया कि, श्वेता विजय जैन लड़कियों को फंसा कर उनका ब्रेनवाॅश करने में एक्सपर्ट है। वह लड़कियों को बहुत आराम से समझा कर तैयार कर लेती थी और जब लड़कियां तैयार हो जाती थी, तब वह उन्हें मिनाल रेसीडेंसी स्थित घर के पास मीना पार्लर में ले जाती थी। वहां लड़कियों को सुन्दर दिखने के लिए तैयार किया जाता था। पार्लर वाली या किसी अन्य के द्वारा कुछ भी ऐसा पूछे जाने पर कि, इन्हे यहां क्यों लाई हो तो, श्वेता जवाब में कह देती थी कि, आज इन सभी को इंटरव्यू देने जाना है और यह लोग अच्छी दिखें इसलिए मेकअप कराने यहां लाई हूं।
पूजा नामक महिला की दी जानकारी :
प्रीति सिंह ने अपने बयान में बताया कि, श्वेता के कई दोस्त थे जिनमे एक पूजा नामक महिला भी थी। जिसके बारे में लगभग एक साल पहले श्वेता ने मुझे बताया कि, पूजा ने आत्महत्या कर ली। कारण पूछने पर उसने कहा कि, उसकी और उसके पति की कहासुनी हो गई थी। मैंने बस एक बार दूर से पूजा को श्वेता विजय के घर पर देखा था।
शिखा तिवारी का बयान चालान :
शिखा तिवारी ने अपने बयान में कहा है कि, श्वेता विजय जैन और प्रीति सिंह से मेरी दोस्ती थी। श्वेता मुझसे अपनी पर्सनल बाते भी शेयर कर लेती थी। श्वेता ने मुझे सागर छोड़ने का कारण यह बतया था कि वो सागर में भाजपा की एक सक्रिय कार्यकर्ता थी। पार्टी में उनकी अच्छी-खासी पूछपरख होने लगी थी लोग उनको काफी महत्व देने लगे थे। इतना ही नहीं उन्हें पार्टी के टिकट से विधायक की दावेदारी भी मिल गई थी, लेकिन इस बढ़ते कॉम्पटीशन के कारण किसी ने उनका नाम ख़राब करने की साजिश रची और उनका झूठा और नकली MMS बनाया गया और इस वीडियो को किसी मंत्री या विधायक द्वारा पूरे सागर में वायरल करवाया गया। अपना नाम ख़राब हो जाने के कारण उन्हें सागर छोड़ कर भोपाल आना पड़ा।
पढाई नहीं करना है क्या?
शिखा तिवारी ने अपने बयान में आगे बताया कि, मोनिका यादव और आरती दयाल, श्वेता विजय जैन के साथ ही रहती थीं। वह उन दोनों को ही किसी से बात करने नहीं देती थी यदि वो कभी घर से बहार निकल कर खड़ी हो जाती थी तो, श्वेता उनसे कहती थी कि, अंदर चलो पढ़ाई नहीं करना है क्या? एक बार श्वेता का प्रीति सिंह से झगड़ा हो गया था। मेरे श्वेता से झगड़े का कारण पूछने पर वह बोली कि, प्रीति ने मेेरा मोबाइल फोन चुरा लिया है। फिर जब मैंने प्रीति से पूछा कि तुम दोनों का झगड़ा क्यों हो गया तो प्रीति ने मुझसे कहा कि तुम श्वेता से ही जाकर पूछ लो। तुम तो खुद उसकी बहुत खास हो ना। इस घटना के बाद से मेरी दोनों से बातचीत बंद हो गई थी।
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