ऐसा दर्दनाक हादसा फिर न हो नागरिकों को सतर्कता रखना जरूरी: कमलनाथ
ऐसा दर्दनाक हादसा फिर न हो नागरिकों को सतर्कता रखना जरूरी: कमलनाथSocial Media

ऐसा दर्दनाक हादसा फिर न हो नागरिकों को सतर्कता रखना जरूरी: कमलनाथ

मुख्यमंत्री कमल नाथ ने गैस त्रासदी के शिकार निर्दोष नागरिकों को श्रृद्धांजलि देते हुए कहा कि, ऐसा दर्दनाक हादसा फिर कभी न हो, इसके लिए नागरिकों को सतर्कता रखना जरूरी।

राज एक्सप्रेस। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भोपाल गैस त्रासदी में असमय अलविदा हो गए निर्दोष लोगों को श्रृद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने 35वीं बरसी पर लोगों से पर्यावरण प्रदूषण के प्रति हमेशा सतर्क और सजग रहने का आह्वान किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व की सबसे भीषणतम औद्योगिक त्रासदी में हमने जो भयानक दुष्परिणाम देखे हैं, वह सभी के लिए एक सबक हैं। पर्यावरण की अनदेखी से आगे ऐसी कोई दुर्घटना न हो, जो निर्दोष लोगों के लिए जानलेवा बने। मुख्यमंत्री ने कहा कि, गैस हादसे ने भोपाल के रहवासियों को गहरे जख्म दिए हैं। प्रभावितों को राहत और पुनर्वास के साथ बेहतर इलाज मिले, यह सरकार की जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री ने गैस त्रासदी की बरसी पर भोपाल गैस पीड़ित महिला उद्योग संगठन के संयोजक दिवंगत अब्दुल जब्बार का उल्लेख करते हुए कहा कि, उन्होंने गैस पीड़ितों, विशेषकर महिलाओं के राहत और पुनर्वास तथा इलाज के लिए जीवन पर्यन्त संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि, आज के दिन बरबस ही उनकी याद आती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हादसे में अपना जीवन गंवाने वाले सभी लोगों और जब्बार भाई को श्रृद्धांजलि।

आज भी है भोपाल में ज़हरीला कचरा

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गैस कांड से यूनियन कार्बाइड कारखाने में पड़े 340 टन जहरीले कचरे को 35 साल में भी नष्ट नहीं किया जा सका है। यह आसपास के चार किलोमीटर के दायरे में भूमिगत जल व मिट्टी को प्रदूषित कर चुका है। इसके कारण रहवासियों को गंभीर बीमारियां हो रही हैं। इस कचरे की वजह से आसपास की 42 कॉलोनियों के भूमिगत जल स्रोतों में हानिकारक रसायन का स्तर बढ़ा है। पहले ये रसायन 36 कॉलोनियों के भूमिगत जल स्रोतों तक ही सीमित थे। भारतीय विष विज्ञान संस्थान की रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। भोपाल के लोग लगातार परेशान हैं अब लोगो को लगने लगा है कि, साल में एक बार उन्हें याद किया जाता है। उसके बाद उनकी स्तिथि जैसे की तैसे ही रहती है।

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