कृषि उपज मंडी में लाखों का गेहूं और करोड़ों का चना हुआ गीला

नागदा, मध्य प्रदेश। शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में रविवार की शाम हुई अचानक बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई। कृषि उपज मंडी में गेहूं और चना गीला हो गया।
कृषि उपज मंडी में लाखों का गेहूं और करोड़ों का चना हुआ गीला
कृषि उपज मंडी में लाखों का गेहूं और करोड़ों का चना हुआ गीलाSyed Dabeer-RE

नागदा जं.,मध्य प्रदेश। शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में रविवार की शाम हुई अचानक बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई। कृषि उपज मंडी में गेहूं और चना गीला हो गया। निचली बस्तियों में गंदे नाले का पानी घुसने से रहवासियों ने आक्रोश जताया। क्षेत्रवासियों ने नाला गहरीकरण की मांग की।

रविवार की शाम को शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में अचानक हुई बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई। बारिश का पानी सड़कों से बह निकला और कुछ युवाओं ने पहली बारिश का आनंद लिया। इधर कृषि उपज मंडी में लगभग 12 हजार क्विंटल गेहूं और लगभग एक करोड़ रुपए का चना गीला हो गया। मार्केटिंग सोसायटी के अधिकारियों का कहना है कि ट्रान्सपोर्टशन के अभाव में इस तरह की स्थिति निर्मित हुई, जिसके कारण बड़ी मात्रा में गेहूं मंडी परिसर में स्टॉक हो गया। गेहूं का परिवाहन नहीं होने के कारण एसडीएम आरपी वर्मा द्वारा कुछ निजी ट्रांसपोर्टरों का सहयोग लिया, जिसके कारण लगभग 21 हजार टन पिपल्यामोलू कैप में पहुंचा दिया गया। लेकिन इसके बाद भी अब बड़ी मात्रा में गेहूं और चने का स्टॉक हो गया।

रविवार की शाम चार बजे खरीदी शुरु हुई कृषि उपज मंडी ओपी गुप्ता के निर्देशानुसार समर्थन मूल्य की खरीदी को जारी रखने के लिए एसडीएम आरपी वर्मा द्वारा रतन्याखेड़ी रोड़ स्थित पटेल के डोम में खरीदी शुरु की गई। मार्केटिंग कर्मचारियों को नवीन जगह पर संसाधन जुटाने में एक दिन का समय लग गया। रविवार की शाम लगभग चार बजे से समर्थन मूल्य की खरीदी शुरु हुई, लेकिन बारिश बाधक बन गई। मार्केटिंग सोसायटी के अध्यक्ष युवराजसिंह राणावत ने बताया कि नवीन स्थल पर समर्थन मूल्य की खरीदी होने से किसान का गेहूं सुरक्षित रहेगा।

गफूर बस्ती में गंदा पानी घुसा निचली बस्तियों में बहने वाले नाले की सफाई नगरपालिका द्वारा युद्धस्तर पर शनिवार से शुरु कर दी, लेकिन इसके बावजूद रविवार की शाम को बारिश के कारण गफूर बस्ती में पानी घुस गया। जिसके कारण रहवासियों ने आक्रोश जताया। क्षेत्र के सलमान शाह और अनिश खान ने संयुक्त रुप से बताया कि नाले का गहरीकरण होने से समस्या का समाधान होगा। शनिवार को नपाकर्मियों द्वारा 56 ब्लाक के समीप पुलिया से कचरा निकाला, लेकिन इसके बाद नपाकर्मी आकर नहीं देखते है। रविवार की शाम को एकाएक बारिश होने से गंदा पानी रहवासी क्षेत्रों में घुस गया, जिसके कारण क्षेत्रवासियों में आक्रोश व्याप्त हो गया। क्षेत्र के दुर्गेश चौहान, आयशा खान, शब्बीर आपा, जन्नतबी ने बताया कि ज्ञापन सौंपकर मामले से अवगत कराया जाएगा।

नाले पर स्थायी अतिक्रमण किया निचली बस्तियों में बहने वाले नाले पर क्षेत्र के रहवासियों ने अतिक्रमण कर मकान बनाए, जिसके कारण नाले की चौड़ाई कम हो गई। ऐसे में चंबल नदी में थोप आने या शहर में अत्याधिक बारिश होने के कारण पानी को रास्ता नहीं मिलता, जिसके कारण वह गफूर बस्ती में घुस जाता है कुछ इसी तरह की स्थिति ईदगाह के पीछे बहने वाले नाले की हो गई है। वाहन मालिकों ने ट्रक खड़े करने के लिए लगभग 20 फीट नाले की चौड़ाई कर दी, जिससे बारिश के दिनों में नाला थोप मार देता है।

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