सीएम ने रुद्राक्ष का पौधा लगाया
सीएम ने रुद्राक्ष का पौधा लगायाSocial Media

आज सीएम ने परम पूज्य जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी के साथ लगाया ये पौधा

भोपाल, मध्यप्रदेश। पौधारोपण को बढ़ावा देते हुए आज सीएम ने स्वामी अवधेशानंद के साथ रुद्राक्ष का पौधा लगाया, इस अवसर पर सीएम ने धरा को हरा-भरा एवं समृद्ध बनाने के लिये पौधरोपण की अपील भी की।

भोपाल, मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) हर दिन समय निकाल कर एक पौधा जरूर लगा रहे हैं, पौधारोपण को बढ़ावा देते हुए आज मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद के साथ "रुद्राक्ष का पौधा" लगाया है। इस अवसर पर सीएम ने धरा को हरा-भरा एवं समृद्ध बनाने के लिये पौधरोपण की अपील भी की।

सीएम ने स्वामी के साथ लगाया रुद्राक्ष का पौधा

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प के क्रम में आज परम सौभाग्य प्राप्त हुआ। हरिद्वार स्थित हरिहर आश्रम कनखल में परम पूज्य जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद के साथ रुद्राक्ष का पौधा रोपण किया। आचार्य ने इस पौधे को रूद्र राज नाम दिया।

रुद्राक्ष साक्षात भगवान शिव का स्वरूप है। हरिहर आश्रम, कनखल हरिद्वार में विराजित 450 वर्ष पुराने पवित्र रुद्राक्ष वृक्ष की परिक्रमा कर मध्यप्रदेश वासियों के कल्याण की प्रार्थना की। जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी के सानिध्य में ये वृक्ष संरक्षित है।

सीएम शिवराज सिंह चौहान

CM ने रूद्राक्ष के वृक्ष का महत्व बताते हुए कहा-

रुद्राक्ष आस्था का प्रतीक है और पवित्र वृक्ष माना जाता है। इसके फल की मालाएं भी धारण की जाती हैं। ऐसा जन विश्वास है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शंकर के नेत्रों के जलबिंदु से हुई। रुद्राक्ष शिव का वरदान है, जो संसार के भौतिक दु:खों को दूर करने के लिए प्रभु शंकर ने प्रकट किया। रुद्राक्ष धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। रुद्राक्ष मंत्र-जाप के लिए भी पहने जाते हैं। इसके बीज मुख्य रूप से भारत और नेपाल में आभूषणों और माला के रूप में उपयोग किए जाते हैं।

  • रुद्राक्ष मुख्य रूप से हिमालय के प्रदेशों में पाए जाते हैं।

  • असम, मध्यप्रदेश, उत्तरांचल, अरूणांचल प्रदेश, बंगाल, हरिद्वार, गढ़वाल और देहरादून के जंगलों में भी पर्याप्त मात्रा में रुद्राक्ष पाए जाते हैं।

  • गंगोत्री और यमुनोत्री क्षेत्र में भी रुद्राक्ष मिलते हैं।

  • इसके अलावा दक्षिण भारत में नीलगिरि और मैसूर में तथा कर्नाटक और रामेश्वरम में भी रुद्राक्ष के वृक्ष देखे जा सकते हैं।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

Related Stories

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com