ग्वालियर में आठ नहीं सिर्फ चार कोरोना पॉजिटिव मरीज गिने जाएंगे
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ग्वालियर में आठ नहीं सिर्फ चार कोरोना पॉजिटिव मरीज गिने जाएंगे

ग्वालियर में आठ नहीं सिर्फ चार कोरोना पॉजिटिव मरीज गिने जाएंगे। चार कोरोना पॉजिटिव मरीजों को शासन-प्रशासन ने किया शून्य घोषित। दो का इलाज जारी, दो स्वास्थ होकर पहुंचे घर।

राज एक्सप्रेस। ग्वालियर शहर से एक अच्छी खबर सामने आई है। जिले में अब तक 8 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जिनमें से शासन और प्रशासन ने चार मरीजों को शून्य घोषित कर दिया है। यह चार मरीज वह हैं, जिनके पॉजिटिव होने की रिपोर्ट गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय ने 7 अप्रैल को दी थी।

गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के बायोलॉजी लैब ने 7 अप्रैल को चार लोगों कोरोना होने की पुष्टि की थी। यह पुष्टि स्क्रीनिंग टेस्ट के आधार पर की गई थी। जबकि शासन की गाइडलाइन के अनुसार कंफर्मेटिव टेस्ट के बाद ही मरीज को पॉजिटिव घोषित किया जा सकता है। इसलिए शासन और प्रशासन ने इन चार पॉजिटिव मरीजों को शून्य घोषित कर दिया है। अब ग्वालियर में आठ नहीं सिर्फ चार ही कोरोना पॉजिटिव मरीज गिने जाएंगे।

बता दें कि ग्वालियर जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या आठ नहीं सिर्फ चार मानी जाएगी। इन चार मरीजों में से चेतकपुरी निवासी अभिषेक मिश्रा और बीएसएफ टेकनपुर निवासी अशोक कुमार स्वास्थ होकर घर पहुंच गए हैं। वहीं सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल डबरा पिछोर का रहने वाला ट्रक ड्राइवर वजीर खान और दिल्ली से आए बहोडापुर निवासी मेहबूब खान का सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है। 20 अप्रैल को वजीर खान और 22 अप्रैल को मेहबूब हुसैन के पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आई थी। इन दिनों मरीजों के सेंपल 14 दिन बाद लिए जाएंगे।

गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा 7 अप्रैल की शाम को जारी हुए मेडिकल बुलेटिन में चार लोगों को कोरोना होने की पुष्टि हुई थी। इसमें नाका चंद्रवदनी स्थित सिंधिया नगर निवासी अजय जाटव (18), 40 गिर हाउस सत्यदेव नगर निवासी जोहरा खान (20), न्यू विजय नगर आमखो निवासी ट्रॉमा सेंटर की स्टाफ नर्स लता प्रभारी (33) और ढोली बुवा का पुल निवासी बबीता (50) के नाम शामिल थे। इन चारों मरीजों के पॉजिटिव होने की पुष्टि जीआरएमसी ने स्क्रीनिंग टेस्ट के आधार पर की थी।

जीआरएमसी ने स्क्रीनिंग टेस्ट के आधार पर इन चार मरीजों को कोरोना होने की पुष्टि की थी। लेकिन शासन द्वारा जारी गाइडलाईन के अनुसार स्क्रीनिंग में पॉजिटिव आए मरीज का नियम मुताबिक कंफर्मेटिव टेस्ट जरूरी होता है। लेकिन मेडिकल कॉलेज के पास कंफर्मेटिव टेस्ट के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की परमिशन नहीं थी। इस कारण यह टेस्ट नहीं हुआ। जब इन मरीजों का हाल देख चिकित्सकों ने शंका व्यक्त की, तभी इन चारो मरीजों का सेंपल जांच के लिए डीआरडीई भेजा गया था। जहां चारों की जांच निगेटिव आई थी। दूसरी जांच निगेटिव प्राप्त होनें पर चारो मरीजों को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया था।

जिले के आठ लोगों को कोरोना होने की पुष्टि के बाद निवास स्थान वाले क्षेत्र को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया था। लेकिन चार मरीजों के शून्य और दो मरीजों के स्वास्थ होकर वापस लौटने पर छह स्थान हॉटस्पॉट से बाहर निकल आए हैं, अब वह ग्रीन जोन में आ गए हैं।

ग्वालियर कलेक्टर कोशैलेंद्र विक्रम सूंघ ने बताया कि जीआरएमसी ने स्क्रीनिंग टेस्ट के आधार पर चार मरीजों को कोरोना होने की पुष्टि की थी। उनके कंफर्मेटिव टेस्ट नहीं हुए थे। इसलिए उन्हें शून्य घोषित किया गया है। अब जिले में सिर्फ 4 कोरोना पॉजिटिव मरीज ही गिने जाएंगे। जिनमें से दो स्वस्थ होकर घर पहुंच गए हैं और दो का उपचार जारी है।

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