ऋण पुस्तिका का नाम बदलेंगी छत्तीसगढ़ सरकार, अच्छा नाम सुझाने वाले को 1 लाख रुपये देंगी सरकार
Loan Book New Name: छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के ऋण पुस्तिका (Loan Book) का नाम बदलने जा रही है। यह निर्णय काफी सोच समझ कर लिया गया है सरकार (Government) के इस निर्णय से आमजन भी जुड़ सके इसके लिए ऋण पुस्तिका का नया नाम क्या होगा इसके सुझाव भी लोगों से मांगे गए है इतना ही नही चयनित नाम को सरकार एक लाख रुपए (One Lakh) की राशि देगी।
क्यों बदल रही है नाम सरकार :
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खेती किसानी से जुड़े शब्दों पर कितने संवेदनशील हैं और हर शब्द की बारीकी पर कितना ध्यान देते हैं। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्होंने ऋण पुस्तिका शब्द के पीछे की भावना को समझा और उसे बदलने की ठान ली। सीएम बघेल चाहते है कि किसान को पुस्तिका पर ऋण शब्द नहीं दिखाई दे, चूंकि इस शब्द से बार बार कर्जा होने का एहसास होता है।
ऋण पुस्तिका की आवश्यकता :
भू अधिकार और ऋण पुस्तिका में दर्ज होता है जमीन का मालिकाना हक: राजस्व विभाग भू अधिकार और ऋण पुस्तिका में किसानों को उनकी जमीन का मालिकाना हक एवं भूमि की प्रमाणित जानकारी दर्ज कर देता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऋण पुस्तिका किसानों के लिए कितना महत्वपूर्ण है। ऋण पुस्तिका के माध्यम से होते हैं जमीन संबंधी कार्य: ऋण पुस्तिका के माध्यम से ही किसानों के जमीन संबंध कार्य होते हैं। ऋण पुस्तिका के माध्यम से ही किसानों को केसीसी ऋण, किसी व्यक्ति की जमानत, जमीन संबंधी अन्य ऋण आदि कार्य ऋण पुस्तिका के माध्यम से ही होती है। भू अधिकार और ऋण पुस्तिका किसानों को उनकी भूमि का स्वामी होने का प्रूफ है।
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