छत्तीसगढ़ के CM बघेल ने पुलिस विभाग के जवानों संग मनाया नववर्ष, 10 नवनिर्मित थानों का किया लोकार्पण
छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज रविवार काे नववर्ष पर राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में आयोजित समारोह में शामिल हुए और पुलिस विभाग के जवानों के साथ नया साल मनाया। इस दौरान समारोह में गृह मंत्री श्री संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा भी उपस्थित हैं।
10 नवनिर्मित थानों का हुआ वर्चुअल लोकार्पण :
इस दौरान CM भूपेश बघेल ने 10 नवनिर्मित थानों का वर्चुअल लोकार्पण किया। पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन द्वारा प्रत्येक थाने का निर्माण ढाई करोड़ रुपए की राशि से किया गया है। साथ ही मुख्यसचिव को अंदरूनी इलाकों में कैंप लगाकर राशनकार्ड, आधार कार्ड, वनाधिकार पत्र बनवाने का निर्देश भी दिया गया है।
समारोह में बोले CM भूपेश बघेल :
साथ ही समारोह में उन्होंने अपना संबोधन दिया और कहा कि, ''पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के साहस, समर्पण और बहादुरी से बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में सड़क, पल-पुलिया निर्माण संभव हो सका है। बस्तर इलाके में नक्सली अब छोटे से क्षेत्र में सिमट कर रह गए हैं। हमारे जवानों ने आदिवासियों और वनवासियों का विश्वास जीतने में सफलता पाई है।''
हमारी सरकार लगातार काम कर रही है :
मजदूर के बच्चे मजदूर नहीं रहेंगे, अब गरीब श्रमिकों के बच्चे भी बड़ी जगहों पर जाने लगे हैं, श्रमिकों के बच्चे एयरफोर्स जैसी नौकरियों में जा रहे हैं और देश तथा राज्य की विभिन्न सेवाओं में भी चयनित हो रहे हैं। मजदूर के बच्चों को भी अपने सपने साकार करने हैं और उन्हें भी आसमान छूना है, जिसके लिए हमारी सरकार लगातार काम कर रही है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
तो वहीं, दन्तेश्वरी फाइटर्स की सुनैना पटेल से चर्चा कर उन्होंने कहा कि, ''लोगों से उनकी भाषा मे बात करें, इससे अपनापन बढ़ेगा। सुनैना ने बताया अब बस्तर अंचल में लोग पुलिस कैम्प खोलने की मांग करते हैं।''
CM भूपेश बघेल ने की यह घोषणाएं-
छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निमार्ण कर्मकार कल्याण मंडल में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के लिए संचालित मेधावी छात्र छात्रा शिक्षा प्रोत्साहन योजना के नाम में परिवर्तन कर मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा योजना करने की घोषणा की। इस योजना के तहत नवीन कोर्स जैसे इंजीनियरिंग, आईआईटी, बीटेक, ट्रिपल आईटी, एमटेक, एमबीबीएस इत्यादि की पढ़ाई सहित विदेशों में अध्ययन करने के लिए भी श्रमिकों के बच्चों को सहायता देने एवं इन सभी पाठ्यक्रमों में पढ़ाई करने के लिए श्रमिकों के बच्चों को प्रवेश शुल्क, शैक्षणिक शुल्क, आवास एवं भोजन शुल्क में सहायता प्रदान करने के साथ ही प्रतिवर्ष स्टेशनरी के लिए भी दो हजार रूपए की सहायता देने की घोषणा की है।
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