नोएडा के सात सौ कर्मचारियों पर कोरोना संकट!

नोएडा के 31 कोरोना पॉजिटिव मामलों में से 15 में संक्रमण की सूचना है। बताया जा रहा है सेक्टर 135 स्थित सिक्योरिटी एंड फायर सेफ्टी सॉल्यूशंस कंपनी से कोरोना वायरस के संक्रमण की इलाके में शुरुआत हुई।
कंपनी के कोरोना से संक्रमित लोगों के कारण रहवासी इलाकों में भी चौकसी बरती जा रही है।
कंपनी के कोरोना से संक्रमित लोगों के कारण रहवासी इलाकों में भी चौकसी बरती जा रही है। Social Media

हाइलाइट्स :

  • CMO ने सीजफायर कंपनी पर केस दर्ज कराया

  • वरिष्ठ अधिकारियों पर गिरी निलंबन कार्रवाई की गाज

  • नोएडा की कंपनी में सात सौ से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत

  • विदेशी ऑडिटर समेत विदेश से लौटे कंपनी सदस्य थे संक्रमित थे

राज एक्सप्रेस। दिल्ली से सटे NCR यानी नेशनल कैपिटल रीज़न नोएडा की सीज़फायर कंपनी के कोरोना वायरस संक्रमण का मामला तेजी से पैर पसार रहा है। कंपनी पर कोरोना पीड़ित विदेशी ऑडिटर के बारे में जानकारी छुपाने का केस दर्ज कराया गया है।

एक सैकड़ा संक्रमित! :

विदेशी ऑडिटर के कारण संक्रमित लोगों की संख्या एक सैकड़ा से अधिक तक पहुंचने की आशंका जाहिर की जा रही है। नोएडा के दो अधिकारी निलंबित किए गए हैं जबकि दो को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। नोएडा के 31 कोरोना पॉजिटिव केस में से 15 में संक्रमण की सूचना है। बताया जा रहा है सेक्टर 135 स्थित सिक्योरिटी एंड फायर सेफ्टी सॉल्यूशंस कंपनी से कोरोना वायरस के संक्रमण की इलाके में शुरुआत हुई।

तीन आए विदेश से :

दाखिल शिकायत पत्र के अनुसार 2 मार्च के बाद विदेश से आए कंपनी के 2 कर्मचारियों के साथ एक विदेशी ऑडिटर ने कंपनी दफ्तर में आमद दर्ज कराई थी। स्वास्थ्य विभाग ने शिकायत में उल्लेख किया है कि इन तीनों के कोरोना से संक्रमित होने के बारे में कंपनी ने किसी तरह की जानकारी नहीं दी।

पर्याप्त एहतियात न बरतने के कारण इन तीनों के संपर्क में आने वाले कंपनी के अन्य सदस्य भी संक्रमण का शिकार हो गए। सीएमओ की शिकायत पर नोएडा के एक्सप्रेस-वे पुलिस थाने में कंपनी पर प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

सीएमओ पर आरोप :

आरोप लग रहे हैं कि आरोपी कंपनी में विदेश से ऑडिटर के आने और उसके संक्रमित होने की पुष्टि पहले ही हो गई थी, लेकिन सीएमओ इस कंपनी पर एक्शन लेने से कन्नी काटते रहे। बताया जा रहा है जब हालात बिगड़े तो कंपनी ने इस बात की जानकारी उजागर की।

यहां से इतने :

शिकायत पत्र के अनुसार कंपनी के दो कर्मचारी 2 और 7 मार्च को ब्रिटेन से कंपनी के दफ्तर पहुंचे थे। साथ ही इसी माह एक विदेशी ऑडिटर भी आया जिसके 16, 17 व 18 मार्च को नोएडा में रुकने की पुष्टि हुई है।

भारी पड़ी लापरवाही :

शिकायत की गई है कि सीज़फायर कंपनी ने इन तीनों के विदेश से आने और संक्रमित होने के बारे में प्रशासन को नहीं बताया। इस लापरवाही के कारण मामला बिगड़ गया। तीनों के जरिए संक्रमण कंपनी के दूसरे सदस्यों से होकर लोगों के घरों तक पहुंचा फिलहाल मामले में 15 लोग संक्रमित बताए जा रहे हैं।

एहतियातन कदम :

आशंका है कि कंपनी के संक्रमित सदस्यों के परिवार के साथ ही आस-पड़ोस के दर्जनों-सैंकड़ों लोग भी कोरोना वायरस डिसीज़ की चपेट में आ सकते हैं। पुष्ट सूत्रों और रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी में लगभग 700 से अधिक सदस्य कार्यरत हैं। फिलहाल कंपनी का दफ्तर सील कर दिया गया है और कंपनी के संदिग्ध संक्रमित सदस्यों को अलग से रखकर उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है।

दो निलंबित, दो को नोटिस :

केंद्र ने दिल्ली सरकार के दो अधिकारियों को निलंबित करने के साथ ही दो अन्य को कारण बताओ नोटिस थमाया है। COVID-19 का मुकाबला करने के लिए लागू लॉकडाउन प्रतिबंधों के दौरान "सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित करने में अधिकारियों का विफल" रहना इसका कारण बताया गया है।

आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत गठित राष्ट्रीय कार्यकारी समिति ने जांच में पाया कि कोविड​​-19 के प्रसार को रोकने के संबंध में समिति द्वारा जारी किए गए निर्देशों का कड़ाई से पालन कराने के मामले में अधिकारी नाकाम रहे। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने समिति बैठक की अध्यक्षता की।

3 सीनियर IAS :

कार्रवाई की जद में आए चार अधिकारियों में से तीन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के वरिष्ठ अधिकारी हैं जबकि चौथा अधिकारी दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीप सेवा (DANICS) से है। निलंबन के बारे में दर्शाए गए कारणों के मुताबिक ये सभी अधिकारी कोविड 19 के खिलाफ लड़ाई में लागू लॉकडाउन के दौरान जनता के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने में असफल रहे। सरकार की ओर से जारी प्रेस नोट में उल्लेख है कि कार्य में गंभीर लापरवाही उजागर होने पर सक्षम प्राधिकारी ने संबंधितों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।

इन पर कार्रवाई :

गौरतलब है कि परिवहन के सभी साधनों पर प्रतिबंध के बाद हजारों प्रवासी मजदूर और असंगठित मजदूर दिल्ली से पैदल चलकर उत्तर प्रदेश में अपने घरों को रवाना हुए थे। कार्रवाई में परिवहन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव रेणु शर्माऔर प्रधान सचिव-वित्त, राजीव वर्मा को निलंबित कर दिया गया, जबकि गृह और भूमि भवन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सत्य गोपालऔर सीलमपुर के एसडीएम अजय कुमार अरोड़ा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

एक साहब यहां से विदेश ऑफिस के दौरे पर गए वहां से इटली, स्विटज़रलैंड गए वहां से इंडिया लौटे। वे यहां पर नोएडा में एक फैक्ट्री में काम करते हैं। विदेश से लौटकर वे कंपनी दफ्तर आने लगे। जब कमजोरी लगी तो कोरोना वायरस टेस्ट में उनकी जांच पॉज़िटिव निकली। कंपनी में 700 से अधिक कर्मचारी हैं उन सभी के साथ कर्मचारियों के पारिवारिक सदस्यों को निगरानी में रखा गया है।

डॉ. अनुराग भार्गव, CMO, गौतम बुद्ध नगर, नोएडा

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