किस चीज में कितनी देर तक जिंदा रह सकता है कोरोना वायरस

महामारी की तरह फैल रहे कोरोना वायरस ने दुनिया भर को अपने चपेट में ले लिया है। आइए जानते हैं कि, ये वायरस किस चीज में कितनी देर तक जिंदा रह सकता है।
किस चीज में कितनी देर तक जिंदा रह सकता है कोरोना वायरस
किस चीज में कितनी देर तक जिंदा रह सकता है कोरोना वायरसSocial Media

राज एक्सप्रेस। महामारी की तरह फैल रहे कोरोना वायरस ने दुनिया भर को अपने चपेट में ले लिया है। इस वायरस से संक्रमित मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। भारत में अब तक कोरोना वायरस के 206 मामले सामने आ चुके हैं। साथ ही इस वायरस के चपेट में आने से 4 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सभी इस वायरस से बचने के लिए एहतियात बरत रही है।

सरफेस के जरिए लोगों तक पहुंचता है यह वायरस :

आपको बता दें कि, यह वायरस सरफेस के जरिए लोगों तक पहुंचता है, जिसकी वजह से लोग किसी भी चीज को छूने से बच रहे हैं। आइए जानते हैं कि, ये वायरस किस चीज में कितनी देर तक जिंदा रह सकता है। वायरस से बचने के लिए हाथों को कई बार साबुन या हैंडवाश से धोए और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।

प्लास्टिक और स्टील के सरफेस पर :

शोधकर्ताओं के अनुसार, कोरोना वायरस प्लास्टिक और स्टील के सरफेस पर तीन दिनों तक जीवित रह सकता है। अगर तीन दिनों में किसी व्यक्ति ने संक्रमित सतहों को किसी भी तरह से छू लें, तो वो कोरोना वायरस का शिकार हो सकता है।

लकड़ी और कांच के सरफेस पर :

बता दें, लकड़ी और कांच के सरफेस पर कोरोना वायरस चार दिनों तक जीवित रह सकता है। अगर आप चार दिनों में कांच या लकड़ी को छूते हो, तो आप कोरोना वायरस की चपटे में आ सकते हैं और आपके लिए खतरा बढ़ सकता है।

रबड़ की बनी वस्तुओं में :

वहीं रबड़ की बनी वस्तुओं में कोरोना वायरस 8 घंटे तक जिंदा रह सकता है। इससे बचने के लिए आपको हाथों को कई बार साबुन से धोना जरुरी है।

कार्डबोर्ड पर :

वहीं अगर कार्डबोर्ड की बात की जाए, तो यह वायरस कार्डबोर्ड पर 24 घंटे और पॉलिथिन पर 16 घंटे तक जिंदा रह सकता है। ऐसे में जरूरी है हम अपने बचाव पर स्वयं ध्यान दें।

हवा पास होने वाली चीजों पर :

शोधकर्ताओं के अनुसार, शोधकर्ताओं के अनुसार, ठंड और फ्लू दोनों ही वायरस कपड़े, कागज, या ऊतक जैसी छिद्रपूर्ण सतहों पर बहुत कम समय तक जीवित रहते हैं, जिसमें बहुत कम संक्रामक वायरस चार घंटों के बाद शेष रहते हैं।

मनुष्यों में 9 दिनों तक :

आपको बता दें कि, मनुष्य शरीर में यह वायरस 9 दिनों तक जिंदा रह सकता है। इंसानों में आए MERS और SARS जैसे कोरोना वायरस निर्जीव पदार्थों पर पाए गए थे, जिनमें धातु, कांच या प्लास्टिक आदि शामिल हैं। 'द जर्नल ऑफ हॉस्पिटल इन्फेक्शन’ में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक, MERS और SARS वायरस इन वस्तुओं की सतह पर नौ दिनों तक जिंदा रह सकते हैं। हालांकि रिसर्च के मुताबिक, घरों में पड़े रोजमर्रा की जरूरतों के सामानों को धोते रहने से वायरस के खतरे से बचा जा सकता है।

सैनिटाइजर में अल्कोहल की मात्रा
सैनिटाइजर में अल्कोहल की मात्राSocial Media

सैनिटाइजर में अल्कोहल की मात्रा :

वही कोरोना वायरस से बचने के लिए अल्कोहल वाले सैनिटाइजर से अपने हाथों को साफ करना चाहिए और उन्हें साबुन और पानी से धोना चाहिए। अपने हाथों को साबुन और पानी से धोना या अल्कोहल-आधारित सैनिटाइजर से साफ करना कितना प्रभावी है। ऐसे में ये सवाल उठता है है कि, सेनेटाइजर में अल्कोहल की मात्रा कितनी होनी चाहिए।

आपको बता दें कि, आप सभी 70% से अधिक अल्कोहल की मात्रा वाले अल्कोहल आधारित सैनिटाइज़र का उपयोग करें, कहा जा रहा कि, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने से कोरोनावायरस से बचा जा सकता है।

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