मणिशंकर अय्यर, गांधी परिवार के मुकुटमणि हैं, 2024 का चुनाव आ रहा है, मुकुटमणि फिर से चमके: संबित पात्रा
दिल्ली, भारत। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने आज नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मणिशंकर अय्यर के बयान पर कांग्रेस पर जोरदार वार कर यह टिप्पणी दी।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने कहा, इस तथ्य के बारे में बहुत स्पष्ट होना चाहिए कि मणिशंकर अय्यर जी जो कुछ भी लिखते हैं, बोलते हैं और प्रोजेक्ट करते हैं, वह केवल कलम और जीभ है जो उनकी है लेकिन उनके विचार और उद्देश्य गांधी परिवार के हैं। वह कुछ नहीं करते बल्कि केवल गांधी परिवार का प्रतिनिधित्व करते हैं। मणिशंकर अय्यर जी फिर से प्रकट हुए हैं और उन्होंने एक किताब लिखी है- अय्यर की आत्मकथा। मणिशंकर अय्यर को Fringe element के रूप में प्रस्तुत किया जाता है, लेकिन वह Fringe element नहीं हैं।
मणिशंकर अय्यर, गांधी परिवार के मुकुटमणि हैं, अगर कोई आत्मकथा मणिशंकर की लिखी गई है या वह कोई बयान देते हैं तो वह केवल मणिशंकर का बयान है, ऐसा नहीं है। इसका मतलब है कि जिव्हा मणिशंकर की है और विचार गांधी परिवार के हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा
जब भी चुनाव आते हैं, चुनाव से ठीक पहले गांधी परिवार अपने प्रॉक्सी मणिशंकर अय्यर के माध्यम से कुछ बयान रखवाते हैं। ये वही मणिशंकर अय्यर हैं, जिन्होंने 2014 में कहा था कि मोदी कभी भी देश का प्रधानमंत्री नहीं बन सकता, ज्यादा से ज्यादा वह कांग्रेस सम्मेलन के बाहर चाय बेचने का काम करें। परिणाम आपको पता है कि देश की जनता ने बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनाई।
2019 के चुनाव से पहले मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान में जाकर कहा था- 'मोदी को हराना होगा, मोदी को हटाना होगा।' लेकिन देश की जनता ने भारी बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनाई।
ये वही मणिशंकर अय्यर हैं, जिन्होंने कहा था कि नरेन्द्र मोदी एक नीच आदमी है। देश के तमाम लोग आश्चर्यचकित रह गए थे कि आखिर गांधी परिवार के सबसे नजदीक व्यक्ति देश के प्रधानमंत्री के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं। उस वक्त भी देश की जनता ने ऐसे घमंड से भरे नेताओं का हश्र क्या किया था, सबको पता है। 2024 का चुनाव आ रहा है, मुकुटमणि फिर से चमके हैं।
घमंडिया गठबंधन के सबसे पसंदीदा विषय 3P है- परिवारवाद, पक्षपात, पाकिस्तान, इन्हीं तीनों विषयों पर मणिशंकर अय्यर ने किताब लिखी है। चुनाव से ठीक पहले इस किताब का आना, ये महज संयोग नहीं है। बहुत सोच-समझ कर मणिशंकर ने घमंडिया गठबंधन की विचारधाराओं को प्रस्तुत किया है।
चुनाव से ठीक पहले इस किताब का आना, ये महज संयोग नहीं है। बहुत सोच-समझ कर मणिशंकर ने घमंडिया गठबंधन की विचारधाराओं को प्रस्तुत किया है। ये वही मणिशंकर अय्यर हैं, जिन्होंने 2019 से पहले राम मंदिर का विषय जब कोर्ट में चल रहा था, तब कहा था कि अयोध्या के महल में 10 हजार कमरे थे क्या भाजपा या हिंदू ये साबित कर सकते हैं कि किस कमरे में भगवान राम का जन्म हुआ था। इस प्रकार के घृणित शब्दों का प्रयोग करने वाले व्यक्ति ने आज फिर से हिंदुओं पर कुठाराघात किया है।
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