मुझे नहीं लगता मंदिर कोई राजनीति का मंच, जिनकों भी आमंत्रण मिला, उनको उचित विकल्प चुनने दें: शशि थरूर
हाइलाइट्स :
राम मंदिर उद्घाटन के लिए पार्टी नेतृत्व को आमंत्रित करने पर शशि थरूर का बयान
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा- मुझे नहीं लगता है कि मंदिर कोई राजनीति का मंच है
शशि थरूर बोले- जिनकों भी आमंत्रण मिला, उनको उचित विकल्प चुनने दें
दिल्ली, भारत। अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन के लिए पार्टी नेतृत्व को आमंत्रित किए जाने पर सियासत गरमाई हुई है। इस बीच अब कांग्रेस सांसद शशि थरूर का बयान आया है, जिसमें उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा।
इस दौरान अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन के लिए पार्टी नेतृत्व को आमंत्रित किए जाने पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, "मुझे नहीं लगता है कि ,मंदिर कोई राजनीति का मंच है। अगर ये राजनीतिक कार्यक्रम है तो इसका मतलब यहीं है कि आप वहां प्रार्थना करने नहीं जा रहे हैं।''
कांग्रेस नेतृत्व को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा जा रहा है कि अगर आप जाते हैं तो इसका मतलब है कि आप भाजपा के हाथों में हैं, यदि आप नहीं जाते हैं तो इसका मतलब है कि आप हिंदू विरोधी हैं। जिनकों भी आमंत्रण मिला है उनको उचित विकल्प चुनने दें।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर
बता दें कि, उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी, 2024 को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह हो रहा है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश के दिग्गजों को निमंत्रण भेजा गया। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले कई अनुष्ठान होंगे। 15 जनवरी को रामलला के विग्रह (रामलला के बालरूप की मूर्ति) को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। 16 जनवरी से विग्रह के अधिवास का अनुष्ठान भी शुरू हो जाएगा, जो कि प्राण प्रतिष्ठा का पहला कार्यक्रम है। फिर 17 जनवरी को रामलला के विग्रह को नगर भ्रमण के लिए निकाला जाएगा।
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