मालदीव में बोले जयशंकर- दोनों देश अच्छे पड़ोसी और दोनों पर क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा की जिम्मेदारी है
दिल्ली, भारत। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर आज बुधवार को विश्वसनीय द्विपक्षीय साझेदारी के जरिए मालदीव को दी गई विकासात्मक सहायता के प्रभाव का निरीक्षण करने मालदीव पहुंचे, इस मौके पर हवाई अड्डे पर मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने उनका पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया।
बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की समीक्षा की :
इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव में अपना बयान दिया और भारत-मालदीव को अच्छे पड़ोसी, मजबूत साझेदार बताते हुए दोनों पर क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा- दोनों देश अच्छे पड़ोसी हैं और दोनों पर हैं क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा की जिम्मेदारी है। हमने संयुक्त रूप से अपनी चल रही बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की समीक्षा की है और मुझे लगता है कि बिना किसी अतिशयोक्ति के ग्राउंडब्रेकिंग समारोह सबसे प्रत्याशित परियोजनाओं में से एक है, हनीमाधू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा विस्तार परियोजना आज शाम बाद में आयोजित की जाएगी।
ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट इस देश में अब तक की गई सबसे बड़ी परियोजना है। हम उम्मीद करते हैं कि यह एक आर्थिक गलियारा बन जाएगा, जो माले को विलिंगली से जोड़ता है, गुलहिफाल्हू में प्रस्तावित वाणिज्यिक बंदरगाह और थिलाफुशी में औद्योगिक क्षेत्र है।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर
इतना ही नहीं मालदीव में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आगे यह बात भी कही कि, ''भारत अपने और इस व्यापक क्षेत्र के लिए मालदीव की (सुरक्षा) जरूरतों को पूरा करने का सदैव इच्छुक है।''
श्रीलंका की यात्रा पर भी रहेंगे जयशंकर :
बता दें कि, विदेश मंत्री एस जयशंकर मालदीव ही नहीं बल्कि भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका की यात्रा पर भी रहेंगे। उनकी श्रीलंका और मालदीव की तीन दिवसीय यात्रा पर है, इसके तहत आज वे मालदीव पहुंचे है। इस दौरान वे दोनों देशों में द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार देने के लिए यह यात्रा कर रहे हैं। मालदीव में वह राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से मुलाकात भी करेंगे।
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